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इंतजार होने को खत्म- कैसी होगी अस्तित्व में आने वाली नयी भाजपा!

  • क्या अगले दो दिन में आ पायेगी भाजपा जिलाध्यक्षों- महानगर अध्यक्षों की सूची
  • अगले 2 से 3 दिन में घोषित होने जा रही भाजपा जिला- महानगर अध्यक्षों की सूची
  • सोमवार को सूची घोषित होने की खबरें हवा में
  • विधानसभा सत्र समापन के बाद भी सूची घोषित होने की चर्चा

अशोक ओझा
लखनऊ।
क्या अगले दो से तीन दिन में भारतीय जनता पार्टी के जिला और महानगर अध्यक्षों की वह सूची घोषित हो रही है जिसकी महीनों से कार्यकर्ताओं को प्रतीक्षा है। यह यक्ष प्रश्न सभी के सामने मुंह बांये खड़ा है। एक नहीं अनेक सूत्र तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं, लेकिन लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे कार्यकर्ताओं को संशय है कि क्या इस बार भी सूची घोषित होगी अथवा होली के बाद मामला जायेगा। यदि सूची घोषित होती है तो उसके बाद यह भी तय हो जायेगा कि आगामी दिनों में अस्तित्व में आने वाली नयी भाजपा का स्वरूप कैसा होगा।
बता दें कि भाजपा जिला और महानगर अध्यक्षों की सूची लंबे समय से केंद्र से लेकर प्रदेश भाजपा के बीच फंसी हुई है। कोई कहता है कि संघ से हरी झंडी नहीं मिली। कभी खबरें आती है कि महिला और दलित कार्यकर्ताओं का कोटा पूरा नहीं हुआ था, इस कारण सूची को वापस भेजा गया। कभी यह खबरें आती रही है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सूची को लेकर सहमत नहीं है। इसके साथ ही अनेक चर्चाएं सामने आती है।
लेकिन अब पिछले तीन दिन से सूत्र दावा कर रहे हैं कि तीन मार्च या चार मार्च तक जिला- महानगर अध्यक्षों की सूची घोषित हो जायेगी। बवजूद इसके पार्टी के कार्यकर्ता एवं दावेदारों में अब भी संशय बरकरार है। इस संशय का कारण भी भाजपा का प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व है जो मैराथन बैठकों के बाद भी सूची को अंतिम रूप नहीं दे पाया है। इसके चलते प्रदेश, केंद्रीय चुनाव अधिकारी और जिलों के चुनाव अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं कि जब ये सूची फाइनल नहीं कर पा रहे हैं तब आगे संगठन को कैसे चलायेंगे। वहीं प्रदेश के पदाधिकारी कहते हैं केंद्रीय हस्तक्षेप कुछ अधिक ही बढ़ गया है, इसी कारण लगातार देरी हो रही है।

विधानसभा सत्र भी क्या आ सकता है आड़े
सूत्रों का कहना है कि शायद विधानसभा सत्र जो पांच मार्च तक प्रस्तावित है उसके बाद अथवा पांच की रात में सूची घोषित हो। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इससे पहले सूची घोषित होने पर चूंकि सभी विधायक लखनऊ में रहेंगे और उनकी मर्जी के अध्यक्ष घोषित न होने पर वे प्रदेश के नेताओं के समक्ष अपनी नाराजगी व्यक्त करने पहुंच जाये। इसी कारण इस प्रकार की आशंका जताई जा रही है।


  • कैसा होगा नयी भाजपा का स्वरूप जिला- महानगर अध्यक्षों की सूची बतायेगी!

सूत्र बताते हैं आने वाले समय की भाजपा कैसी होगी और क्या उसका स्वरूप होगा यह भी जिला और महानगर अध्यक्षों की सूची बता देगी। यदि संघ की पसंद का ध्यान रखा जाता है तो यह भी सूची से पता चल जायेगा, यदि संघ की उपेक्षा होती है तब यह भी पता चल जायेगा। इसके साथ ही सूची से यह भी पता चलेगा कि भाजपा के प्रदेश नेतृत्व की इस सूची में कितनी चली। अब देखना यह होगा कि सूची कब घोषित होती है।

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