Dainik Athah

डंपिंग ग्राउंड के खिलाफ एडीएम प्रशासन- एसडीएम को सौंपा एक लाख हस्ताक्षरों का ज्ञापन

  • पुलिस ने रोका डंपिंग ग्राउंड से प्रभावित ग्रामीणों का ट्रैक्टर मार्च
  • पाइप लाइन रोड पर ज्ञापन लेने पहुंचे एडीएम- एसडीएम
  • समिति पदाधिकारियों का आरोप पुलिस ने उन्हें किया हाऊस अरेस्ट
  • 15 को ग्रामीण पंचायत में बनाई जायेगी आंदोलन की रणनीति

अथाह संवाददाता
मुरादनगर।
पाइप लाइन रोड पर डंपिंग ग्राउंड के विरोध में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को एक लाख हस्ताक्षरों का ज्ञापन जिलाधिकारी को देने कलक्ट्रेट जा रहे ग्र्रामीणों का ट्रैक्टर मार्च पुलिस ने रोक दिया। बाद में एडीएम प्रशासन एवं एसडीएम सदर ने पाइप लाइन रोड पहुंचकर किसानों का ज्ञापन लिया। विकास संघर्ष समिति ने पुलिस पर ग्रामीणों एवं किसानों को कार्यवाही के नाम पर डराने एवं धमकाने का आरोप भी लगाया। इसके साथ ही समिति के पदाधिकारियों को हाऊस अरेस्ट कर लिया।

बता दें कि पाइप लाइन रोड पर नगर निगम ने डंपिंग ग्राउंड बनाया हुआ है। इसके विरोध में ग्रामीण एवं किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों एवं किसानों ने एक लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर करवाने के साथ ज्ञापन तैयार किया था जिसे सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को भेजना था। इसके लिए पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार सुबह 11 बजे ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाना था जिसके लिए प्रत्येक गांव से पांच ट्रैक्टर एवं 25 व्यक्तियों को कलक्ट्रेट गाजियाबाद पहुंचना था, पुलिस प्रशासन ने रविवार शाम से गांव- गांव में ग्रामीणों को ट्रैक्टर ले जाने पर कार्यवाही करने के लिए डराया, लेकिन ग्रामीणों ने फिर भी सुबह आठ बजे से ही पाईप लाईन रोड़ पर नियत स्थान पर पहुंचना प्रारम्भ कर दिया, दर्जनों ट्रैक्टर एवं ग्रामीण जनता का आना शुरू हो गया। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने समिति के पदाधिकारियों से सम्पर्क कर जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर न ले जाकर अन्य साधनों से पहुंचने की हिदायत दी, लेकिन समिति के पदाधिकारियों ने ऐसा करने से इंकार करते हुए कहा कि यदि पुलिस प्रशासन ने ट्रैक्टर को नहीं जाने दिया तो ग्रामीण जनता पैदल मार्च कर ज्ञापन को सौंपेगी।
विकास संघर्ष समिति के सचिव सलेक भइया ने बताया कि काफी देर तक फोन पर वार्ता का दौर जारी रहा, अंत में साढ़े ग्यारह बजे अपरजिलाधिकारी (प्रशासन) रण विजय सिंह एवं एसडीएम सदर अरुण कुमार अन्य अधिकारियों के साथ ग्रामीण जनता के बीच पहुंचे एवं 380 पेज का एक लाख हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन जो प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री (उत्तर प्रदेश) को सम्बोधित था सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में समिति अध्यक्ष चौधरी आजाद प्रमुख, श्री सिद्धेश्वर महादेव कुटी के महन्त स्वामी मुकेशान्द गिरी, डंम्पिग ग्राउंड हटाओ समिति भिक्कनपुर के अध्यक्ष डा. राजेन्द कलकल, एडवोकेट बीसी बंसल, प्रवीण मुखिया शाहपुर, सीता राम शर्मा रेवड़ी, मा. प्रवीण त्यागी आदि शामिल रहे।

इस मौके पर एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह ने कहा कि ज्ञापन को उक्त दोनों स्तरों पर पहुंचाने का आश्वासन देते हुए शीघ्र ही जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में नगर निगम के अधिकारियों के साथ वार्ता कर ग्रामीण जनता की इस विकट समस्या का समाधान किया जायेगा।
पुलिस ने समिति के पदाधिकारियों को सुबह सात बजे हाउस अरेस्ट कर लिया गया था, लेकिन अधिकारियों से वार्ता एवं ज्ञापन सौंपने से पहले ही छोड़ दिया गया, पुलिस प्रशासन की रोक एवं भारी पुलिस बल तैनात होने के बाद भी सभी गांवों से ग्रामीण बड़ी संख्या में अपने ट्रैक्टरों से पाइप लाइन रोड मकरेड़ा पहुंचे।

सलेक भइया ने बताया कि ज्ञापन सौंपे जाने के बाद संचालक मंडल की बैठक समिति अध्यक्ष आजाद प्रमुख की अध्यक्षता में जिसका संचालन एडवोकेट बीसी बंसल ने किया। जिसमें 15 अगस्त को पूर्व घोषित ग्रामीण पंचायत पाइप लाइन रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास फार्म हाउस में होगी, जिसमें अग्रिम रणनीति तय कर आन्दोलन को पुन: प्रारम्भ कर दिया जायेगा।


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