- जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण की समीक्षा बैठक: आईजीआरएस शिकायतों में कमिश्नरेट पुलिस निकली फिसड्डी
- मुरादनगर में डंपिंग ग्राउंड के साथ ही अन्य मुद्दे भी उठे
- लोनी से आई महिला ने कहा उनके मकान पर दबंगों पर कब्जा, कार्रवाई नहीं कर रही पुलिस
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री स्वतंत्र प्रभार एवं जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण गाजियाबाद आये तो उनके सामने गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस को जन प्रतिनिधियों ने जमकर निशाने पर लिया। इस दौरान जिले में अपराध बढ़ने का आरोप भी लगाया गया।
जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने शनिवार को सभी विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी ने तीखे तेवर दिखाये। उन्होंने जहां अपनी सुरक्षा में कटौती का मुद्दा उठाया, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बढ़ते अपराधों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस केवल आश्वासन देती है, लेकिन शिकायत करने पर कार्रवाई नहीं करती। एक बार तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि अब शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होगी तो क्या सपा सरकार बनने पर होगी। बैठक में लोनी की एक महिला को भी बुलाया गया था जिन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की थी कि उनके मकान पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पैसे मांगने का आरोप भी लगा दिया।
बैठक में महिला अपराधों को लेकर ममता त्यागी के साथ ही लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी निशाना साधा। उन्होंने लोनी में रोहिग्यां और बांग्लादेशियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके द्वारा यह मुद्दा अनेक बार उठाने के बावजूद पुलिस इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। इस दौरान महिला अपराधों के मामले में कार्रवाईन होने का मुद्दा भी उठा। विधायक अजीत पाल त्यागी ने पाइप लाइन रोड पर नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा भी उठाया तथा कहा कि बार आश्वासन देने के बावजूद कार्यवाही नहीं हो रही है जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।
मोदीनगर विधायक डा. मंजू शिवाच ने दिल्ली- मेरठ रोड की बदहाल स्थिति को उठाया और कहा कि सड़क पीडब्ल्यूडी बनायेगा अथवा एनसीआरटीसी इससे हमें कोई मतलब नहीं, लेकिन सड़क बननी चाहिये। इस सड़क पर आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है। उन्होंने पतला- खिंदौड़ा मार्ग की बदहाल स्थिति को भी उठाया। वहीं नंद किशोर गुर्जर ने ट्रोनिका सिटी में जल भराव के साथ ही दिल्ली- सहारनपुर मार्ग की बदहाल स्थिति को सामने रखा।
एडीएम ने कहा हमने पुलिस के नोडल को बता दिया था
समीक्षा बैठक में आईजीआरएस के पुलिस के प्रकरण आने पर पुलिस आयुक्त ने कहा कि पहले जानकारी नहीं दी गई थी, इस पर एडीएम ने कहा पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी को बता दिया गया था, सूत्रों के अनुसार पुलिस आयुक्त ने इस पर नाराजगी व्यक्त की कि जब बैठक में मुझे आना था जानकारी मुझे देनी थी। इस पर एडीएम ने कहा हमने नोडल को जानकारी दे दी, आपको बताने की जिम्मेदारी उनकी है। इस दौरान करीब आधा दर्जन उन लोगों को बुलाया गया था जिन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की थी, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ था।