- मुख्यमंत्री ने केन बेतवा लिंक परियोजना की समीक्षा की
- केन बेतवा लिंक परियोजना से हमीरपुर को भी जोड़ें : मुख्यमंत्री
- आगरा में रबर डैम के लिए तैयार करें कार्ययोजना
- सरयू के तेज बहाव और सिल्ट से अयोध्या को न होने पाए कोई नुकसान, आईआईटी की मदद से तैयार करें कार्ययोजना
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को केन बेतवा लिंक परियोजना की समीक्षा की। इस दौरान सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और भारत सरकार के बीच इस परियोजना को लेकर एमओयू हुआ है। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के 2.51 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इसमें बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जनपदों को लाभ मिलेगा। 221 किमी लंबी केन बेतवा लिंक चैनल में से यूपी में 21 किमी लिंक चैनल का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए 271 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता है। इसके लिए केन बेतवा लिंक नहर निर्माण खंड 2 के अधिशासी अभियंता को नोडल बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन बेतवा लिंक परियोजना से लाभान्वित होने वाले जनपदों में हमीरपुर को भी शामिल किया जाए। ऐसी व्यवस्था बने कि बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जनपदों के साथ साथ हमीरपुर की कृषि भूमि को भी इस परियोजना का लाभ मिले। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बांधों के डीसिल्टिंग का कार्य तेजी से पूरा करें। उन्होंने आगरा में ताज के पास रबर डैम बनाने की जरूरत पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में सरयू नदी में करंट और सिल्ट ज्यादा है। ऐसे में एक बांध के जरिए इसे कम किया जा सकता है, जिससे भविष्य में कभी अयोध्या पर आने वाले किसी खतरे को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आईआईटी से सलाह ली जा सकती है। उन्होंने तराई की नदियों को चैनलाइज करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही नदियों के डीसिल्टिंग के लिए विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के लिए कहा।