- लोनी में मूत्र और थूक जिहाद के खिलाफ महापंचायत में गरजे विधायक नंदकिशोर गुर्जर
- विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने महापंचायत को दिया आश्वासन, कहा मुख्यमंत्री से भेंट कर रखेंगे पूरा विषय
- आज सौ करोड़ लोगों का नेतृत्व करने वाले हिंदू नेता की जरूरत है: स्वामी दीपांकर महाराज
अथाह संवाददाता
लोनी/ गाजियाबाद। लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर जूस में मूत्र और थूक विवाद को लेकर एक बार फिर आक्रामक अंदाज में नजर आये। उन्होंने कहा जेहादियों के खिलाफ आरपार की लड़ाई होगी। वहीं, स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा आज सौ करोड़ लोगों का नेतृत्व करने वाले हिंदू नेता की आवश्यकता है।
रविवार को लोनी के टीला शहबाजपुर स्थित शिव मंदिर में मूत्र और थूक जिहाद को लेकर आक्रोशित हिन्दू समाज की महापंचायत में उमड़ी भीड़ के बीच में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गर्जना करते हुए कहा लोनी में मूत्र और थूक जेहाद जैसी घटनाएं घृणित से घृणित कार्य है, लेकिन किसी भी मुस्लिम समाज के व्यक्ति ने सामने आकर इसकी आलोचना नहीं की। इसका करण यह है कि इन सबकी इसके पीछे मौन स्वीकृति है। उन्होंने कहा कि लोनी की क्रांति धरा ने 1857 और 1947 में जैसे देशविरोधी लोगों को करारा जवाब दिया था और उन्हें खदेड़ने का काम किया था। तैमूर लंग को खदेड़ने का काम लोनी की वीरांगनाओं ने किया था इसलिए देश से जेहादियो का खदेड़ने और देश को नई दिशा दिखाने का काम भी यहीं से शुरू होगा।
नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि महापंचायत में उठाये गए विषय और बिंदुओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्राचार व भेंट कर उनके सामने रखा जाएगा कि जल्द से जल्द लोनी समेत पूरे वेस्ट यूपी को रोहिंगयाओं और बंगलादेशियों से मुक्त किया जाए और मूत्र एवं थूक जेहादियों के खिलाफ रासुका की कार्यवाही की जाए।
इस मौके पर हिंदू समाज को जोड़ने के लिए अभियान चला रहे स्वामी दीपांकर महाराज ने कहा कि आज समस्त हिंदू समाज को एक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह पंचायत सर्व समाज नहीं हिंदू समाज की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के घृणित कार्य लोग कर रहे हैं उससे उनके ऊपर से आम जनता का विश्वास उठ जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा जल्द ही इस प्रकार की पंचायतों को आप लोग पूरे देश में होते देखेंगे। उन्होंने इस मौके पर सनातन (हिंदू समाज) को एक रहने की शपथ भी दिलाई।
इस दौरान पंचायत में कहा गया कि लोनी में पिछले दिनों हुए जूस में मूत्र मिलाकर परोसने की घटना जोकि अति घृणित एवं अक्षम्य अपराध है, को लेकर जनता में भारी गुस्सा एवं आक्रोश है। इस जघन्य अपराध की जितनी निंदा की जाय कम है। थूक जेहाद, मूत्र जेहाद, लव जेहाद, रेल जेहाद, वोट जेहाद, सर तन से जुदा के नारे एवं अन्य मामले आने के बाद भी मुस्लिम समाज के जिम्मेदार बुद्दिजीवी योग, मुल्ला, मौलवी, संगठनों, धर्मगुरू उलेमाओं द्वारा इतने बड़े अपराध के खिलाफ पूरे देश में किसी ने आलोचना नहीं की, इससे प्रतीत होता है कि इन घ्रणित प्रकरण में पूरे मुस्लिम समाज की सहमति है। देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था जो लोग भारत में रहे उन्होंने कहा हम हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन धर्म एवं उनकी मान्यताओं का सम्मान करेंगे और कोई भी ऐसा कार्य नही जिससे इनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो। इसलिए इसके विरोध में महापंचायत प्रस्ताव किया।
पंचायत में पास प्रस्ताव में मांग की गई कि सभी प्रकार के जेहाद करने वाले विधर्मियों के खिलाफ रासुका के तहत गिरफ्तारी हो और उम्रकैद या मृत्यु दंड का कानून बनाया जाये। मुलिम समाज के लोग एक सप्ताह के अंदर एक महापंचायत कर ऐसे लोगों का बहिष्कार कर इनके खिलाफ मृत्युदण्ड या फतवा जारी करें अन्यथा देश की 36 बिरादरी के लोग मुसलमानों का पूर्ण रूप से सामाजिक एवं आर्थिक बहिष्कार करेंगे, इनकी दुकान व प्रतिष्ठानों से कोई सामान नहीं खरीदेंगे। महापंचायत ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि जनसंख्या नियंत्रण हेतु दो बच्चों का कानून शीघ्रतापूर्वक बनाने के लिए केंद्र सरकार को निर्देशित करें एवं महापंचायत ने प्रधानमंत्री से भी जनसंख्या नियंत्रण कानून देशहित में शीघ्र लाने का अनुरोध करती है। इसके साथ ही माननीय सुप्रीम कोर्ट एवं प्रधानमंत्री से महापंचायत ने मांग की कि मा. सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान लेकर निर्णय ले, सभी को अपने- अपने संस्थानों, दुकानों होटल आदि सभी प्रतिष्ठानों पर नाम लिखने के लिए निर्देशित करें एवं प्रधानमंत्री विदेशी रोहिंग्या व बांग्लादेशियों को देश से खदेड़ने के लिए शीघ्र कठोर कानून बनाकर उसे लागू करे। अन्यथा जल्द ही पंचायत पूरे देश में अभियान एवं जनजागरण चलाकर लाखों लोगों के साथ लोकसभा का घेराव करेगी।
बाद में मांगों का ज्ञापन एसीपी लोनी को दिया गया।