– जीडीए बोर्ड बैठक आज, रखे जायेंगे 17 प्रस्ताव
– मुरादनगर को आवासीय, व्यावसायिक एवं औद्योगिक हब के रूप में किया जायेगा विकसित
– रैपिड रेल स्टेशनों के आसपास की भूमि पर प्राधिकरण की विशेष नजर
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की गुरुवार को होने वाली बोर्ड बैठक में 17 प्रस्ताव रखे जायेंगे। बोर्ड बैठक से पहले प्राधिकरण उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश ने जीडीए बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक की।
गुरुवार को होने वाली बोर्ड बैठक जीडीए सभागार में मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में होगी। बैठक के लिए जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश व सचिव बृजेश कुमार के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है। जानकारी के अनुसार बैठक में कुल 17 प्रस्ताव रखे जाएंगे। इसमें मुरादनगर क्षेत्र को आवासीय, व्यावसायिक व औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव अहम है। रैपिड रेल प्रोजेक्ट के गुलधर व दुहाई स्टेशन के आसपास की 650 हेक्टेयर जमीन का उपरोक्त भू-उपयोग किया जाएगा। गुलधर स्टेशन के आसपास मोरटा व भोवापुर की 250 हेक्टेयर जमीन और दुहाई स्टेशन के आसपास दुहाई, भिक्कनपुर व शाहपुर गांव की 400 हेक्टेयर जमीन पर उपरोक्त भू-उपयोग की योजनाएं लाई जाएंगी। बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव के पास होते ही क्षेत्र के विकास का रास्ता साफ हो जाएगा।
जिले की सीमा के अंतर्गत साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर व मोदीनगर दक्षिण व मोदीनगर उत्तरी स्टेशन के आसपास के डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र को प्रभावित क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव भी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। इस क्षेत्र में मिश्रित भू-उपयोग को मान्य किया जाएगा। यातायात पुलिस को एक साल के लिए नौ क्रेन देने, वेव सिटी व सनसिटी का संशोधित डीपीआर समेत अन्य प्रस्ताव बैठक में रखे जाएंगे।
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– बोर्ड बैठक से पहले जीडीए उपाध्यक्ष ने बोर्ड सदस्यों (पार्षदों) के साथ की बैठक
जीडीए बोर्ड बैठक से पूर्व प्राधिकरण उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश ने जीडीए बोर्ड के मनोनीत सदस्यों के साथ ही बोर्ड में शामिल नगर निगम के पार्षदों के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान बोर्ड सदस्यों ने कुछ जेई की शिकायत करने के साथ ही प्राधिकरण अधिकारियों की शिकायत की कि वे फोन नहीं उठाते तथा मिलते नहीं है। इस पर प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जब भी बोर्ड सदस्य आयें उन्हें पूरा मान सम्मान दिया जाये। इसके साथ ही उनकी बातों को सुनकर कार्रवाई की जाये।