– नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने गाजियाबाद नगर निगम के 94.43 करोड़ की धनराशि के निर्माण एवं विकास कार्यों का शिलान्यास
– कोरोना काल में नगर निगम ने अहम भूमिका निभाई: आशुतोष टंडन
– स्थानीय निकाय जनता को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को तत्परता से कार्य कर रहे हैं
– केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ ही स्मार्ट सिटी में उप्र देश में पहले स्थान पर
– कोरोना खत्म नहीं हुआ है, सावधानी बरतने की आवश्यकता
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने गाजियाबाद नगर निगम द्वारा शहर वासियों को कोविड-19 महामारी के समय में किए गए सहयोग के लिए सराहना की। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 को बड़ी ही सरलता के साथ नियंत्रित किया गया है। लेकिन अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है अभी हम लोगों को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
आशुतोष टंडन ने बुधवार को लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में गाजियाबाद नगर निगम की 94 करोड़ 43 लाख रुपये लागत के निर्माण एवं विकास कार्यों का रिमोट दबाकर आधुनिक तकनीकी से शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने गाजियाबाद नगर निगम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा की गाजियाबाद में स्वच्छता को लेकर यहां की जनता बहुत जागरूक है और कोरोना के काल में सैनिटाइजेशन का कार्य हो चाहे सफाई का कार्य हो हर क्षेत्र में नगर निगम ने एक अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया गया कि लगभग 9443 लाख रुपयों की लागत की 71 परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण किया गया। इसमें विभिन्न परियोजनाएं हैं जैसे की सड़क निर्माण, जल निकासी, वृक्षारोपण आदि की योजनाएं है।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार और नगर विकास विभाग और हमारे सभी स्थानीय निकाय जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने और जन समस्याओं के निवारण हेतु तत्परता से कार्य कर रहे हैं। तमाम योजनाएं जो केंद्र सरकार की हैं उसमें उत्तर प्रदेश पूरे देश में अग्रणी है। स्मार्ट सिटी योजना में प्रदेश पूरे देश में नंबर वन है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी उसमें भी उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर वन है। पीएम निधि योजना जो हमारे रेडी पटरी वालों के लिए है उसमें भी प्रदेश नंबर वन है।
इस मौके पर महापौर आशा शर्मा, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री अतुल गर्ग, विधायक सुनील शर्मा, अजीत पाल त्यागी, पार्षद राजेंद्र त्यागी ने नगर विकास मंत्री का स्वागत किया। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने आभार व्यक्त किया।
– योजनाओं पर एक नजर
उद्यान विभाग: शहर के सभी वार्डों में 251 पार्कों का निर्माण एवं सौंदर्यकरण का कार्य, महामाया स्टेडियम के पीछे स्थित भूमि बायोडायवर्सिटी फॉरेस्ट विकसित करने का कार्य, शहर के वार्डों में 198 पार्कों को विकसित करने के कार्य का शिलान्यास किया गया।
जलकल विभाग: 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत गाजियाबाद नगर निगम सीमा अंतर्गत शहर के विभिन्न पार्कों में 100 नग रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य, सिटी जोन प्रथम के अंतर्गत वार्ड 59 नई बस्ती, पुरानी मुंसफी, गंदा नाला, अफगानआन मोहल्ले में 28 मीटर लंबी 250 एम एम व्यास की सिविर लाइन सुधार एवं सड़क मरम्मत का कार्य, कवि नगर जोन के अंतर्गत वार्ड 71 में 850 मीटर की 600 एमएम व्यास की सीवर लाइन डालने का कार्य, वसुंधरा जोन अंतर्गत वार्ड 54 में सी डब्ल्यू आर से वसुंधरा सेक्टर 1 तक 250 एमएम व्यास की डी आई पाइप लाइन डालने के कार्य का लोकार्पण।
डूडा विभाग: मलिन बस्तियों के अंतर्गत शंकर विहार बम्हेटा वार्ड 24 में इंटरलॉकिंग व नाली का कार्य, महिंद्रा एंक्लेव वार्ड 47 में इंटरलॉकिंग व टाइल का कार्य, कृष्ण विहार वार्ड 24 में इंटरलॉकिंग टाइल्स व नाली का निर्माण कार्यों का लोकार्पण।
स्वास्थ्य विभाग: प्रमुख रुप से स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 8 ट्रांसफार्मर निर्मित किए जाने पर 27 नगर पोर्टेबल कंपैक्टर 4 नगर हुक लोडर की आपूर्ति का कार्य, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के अंतर्गत आरसी 7 नग की आपूर्ति का कार्य, 10 टीपर सीएनजी की आपूर्ति का कार्य, 7 नग जेसीबी की आपूर्ति का कार्य, डोर टू डोर कलेक्शन 50 नग ई-रिक्शा की आपूर्ति का कार्य, ट्राई साइकिल 20 नग आपूर्ति का कार्य, नगर निगम सीमाअंतर्गत 5 नग अंडरग्राउंड डस्टबिन कार्य।
निर्माण विभाग: शहर वासियों के लिए कई वार्डों में सड़क सुधार का कार्य आरसीसी नाले के निर्माण का कार्य, आरसीसी ड्रेन व सीसी रोड का निर्माण कार्य, इंटरलॉकिंग टाइल्स के निर्माण का कार्य, आरसीसी रिटेनिंग वॉल का कार्य व अन्य कार्य।
– गार्बेज फैक्ट्री का किया निरीक्षण
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सिहानी पहुंचकर गार्बेज फैक्ट्री का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान किस प्रकार शहर का कचरा गार्बेज फैक्ट्री तक लाया जाता है और उस कचरे को गीला व सूखा अलग-अलग कर जैविक खाद के रूप में परिवर्तित होने तक की प्रक्रिया का जायजा लिया गया। नगर आयुक्त ने बताया गया कि प्रतिदिन गार्बेज फैक्ट्री में लगभग 150 टन कचरा प्रोसेस कर जैविक खाद में परिवर्तित किया जाता है तथा शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए सिहानी में 150 कैपेसिटी तथा रेत मंडी में 350 कैपेसिटी की गार्बेज फैक्ट्री लगाई गई। नगर आयुक्त ने बताया गया कि गार्बेज फैक्ट्री में रजिस्टर्ड रैग पिकर को भी जोड़ा गया है तथा इपीआर मॉडल पर गार्बेज फैक्ट्री को डेवलप कर कार्य किए जाने की योजना बनाई गई है। आशुतोष टंडन ने फैक्ट्री का जायजा लेने तथा मशीनों द्वारा किए जा रहे कार्यों को देख कर शहर हित में और अधिक बेहतर प्रयास करने के निर्देश नगर आयुक्त को दिये।