– सबकुछ ठीक रहा तो सोमवार से खुल सकते हैं बाजार, होटल, दफ्तर
– जिले में कोरोना कम होने पर शासन के निदेर्शों के अनुसार कतिपय प्रतिबंधों के साथ व्यापार एवं अन्य गतिविधियों को किया जाएगा संचालित
– जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय ने 41 वीं वाहिनी पीएसी गेस्ट हाउस में किया बैठक का आयोजन
– आरडब्लूए, ऑटो, ट्रांसपोर्ट यूनियन, होटल एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के प्रतिनिधि रहे शामिल
– आरडब्ल्यूए के द्वारा कम्युनिटी पुलिसिंग के संबंध में दिया जाएगा सहयोग वॉलिंटियर्स किए जाएंगे नियुक्त
– संतोष मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का पीआईसीयू होगा तैयार, अन्य सभी अस्पतालों में 10 -10 बच्चों के बेड की व्यवस्था होगी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो सोमवार से जिले में प्रतिबंधों के साथ बाजार खुलने की उम्मीद है। इसके मद्देनजर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने तैयारियां भी शुरू कर दी है।
गुरुवार को जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश शासन के निदेर्शानुसार जिले में कोरोना के संक्रमित व्यक्ति कम मिलने पर कतिपय प्रतिबंधों के साथ व्यापार एवं अन्य गतिविधियों को चलाए जाने के उद्देश्य से 21 वी वाहिनी पीएसी गेस्ट हाउस इंदिरापुरम में आरडब्लूए, ऑटो – ट्रांसपोर्ट यूनियन, होटल एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के पांच- पांच प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण को कम करने एवं इसे पूर्ण रूप से नियंत्रित करने के उद्देश्य से स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट जोन कार्यक्रम संचालित किया है, जिसके निरंतर स्तर पर सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। प्रशासन ने नगरीय क्षेत्र में स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम को नगर निगम के सभी 100 वार्डों में लागू कराया है। सभी एक सौ वार्ड को दो श्रेणी में विभाजित किया गया है पहली वह है जहां कोरोना संक्रमण के केस अधिक हैं ऐसे सभी वार्डों में जिला प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन पालिसी का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।संक्रमित मरीजों को अपने घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई है।
दूसरी श्रेणी वह है जहां कोरोना संक्रमण के केस लगातार कम हो रहे हैं अथवा नगण्य हैं। ऐसे सभी वार्डों में जिला प्रशासन द्वारा स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेंटमेंट पॉलिसी लागू कराने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत वह निगरानी समितियों, एओए, आरडब्ल्यूए, स्थानीय पार्षदों के माध्यम से स्थानीय लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के बारे में समझाया जा रहा है। उन्होंने कहा नई नीति के तहत छोटे कंटेनमेंट जोन बन रहे हैं, जैसे सोसायटी, अपार्टमेंट्स इत्यादि इसके लिए जिलाधिकारी ने वहां के एओए, आरडब्लूए व स्थानीय पार्षदों से अपने अपने वार्ड, क्षेत्रों, सोसाइटी, अपार्टमेंट्स में स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट योजना को लागू करने का आग्रह किया है। वहां स्वैच्छिक सामुदायिक पुलिसिंग के तहत लोगों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराने की बात भी कही है। इसी क्रम में यूनाइटेड फोरम आफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन के संयोजक जय दीक्षित, यूनाइटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन की पूरी टीम आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी, अजय कौशिक, आरडब्लूए ज्ञान खंड के 3 के अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने जिला प्रशासन के फैसले की सराहना की।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लागू स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम के लागू होने के उपरांत जिले में लगातार कोरोना संक्रमित केसों में कमी देखी जा सकती है। वर्तमान में नगर निगम के सिटी जोन के समस्त 23 वार्डों में मात्र आठ पॉजिटिव केस हैं, इसी प्रकार कवि नगर जोन के समस्त 15 वार्डों में 26 पॉजिटिव केस, मोहन नगर जोन के समस्त 24 वार्डों में 21 पॉजिटिव केस, तथा विजय नगर जोन में समस्त 16 वार्डों में 10 पॉजिटिव केस हैं।
उन्होंने कहा कि जिले में 600 एवं उससे कम केस की संख्या होने पर विभिन्न व्यावसायिक एवं अन्य गतिविधियों को संचालित किया जाएगा। अत: बाजार एवं व्यवसायिक गतिविधियां खुलने पर सभी प्रतिनिधियों के द्वारा स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम को अपने-अपने क्षेत्र में संचालित किया जाए, ताकि सभी नागरिकों कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने कहा बाजार खुलने पर सभी दुकानदारों के द्वारा अपने अपने संस्थानों पर नो मास्क नो डील की योजना लागू करते हुए ग्राहकों को सामान की बिक्री की जाए। सभी बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन भी किया जाए।
ऑटो संचालकों से जिलाधिकारी ने कहा कि सभी ऑटो संचालक दो सवारी को लेकर ऑटो का संचालन सुनिश्चित करें तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन भी करें। ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना काल में ऑटो संचालक भुखमरी के कगार पर आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस द्वारा बड़े स्तर पर आटों के चालान किए जा रहे हैं, जिसके कारण आॅटो संचालकों के सम्मुख अपने परिवार भरण पोषण को चलाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्यवाही के लिए भी आश्वस्त किया।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारियों के द्वारा व्यापारिक संस्थानों में कार्य करने वाले कार्मिकों, ऑटो संचालकों एवं अन्य वाहन चालकों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करायें।
बैठक में सभी उपस्थित आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों, ऑटो ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों, होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों द्वारा व्यवसाय गतिविधियां खोलने पर स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम को अपने-अपने क्षेत्र में लागू करने की सहमति प्रदान की गई है, ताकि जनपद के सभी नागरिक कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बने रहें। इस अवसर पर अपर जिला अधिकारी नगर शैलेंद्र कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहायक परिवहन अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।