अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। पुलिस की सख्ती की वजह से महापंचायत रविवार को डासना मंदिर में नहीं हो सकी। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर को भी पुलिस ने मंदिर जाने से रोक दिया तो उन्होंने एनएच पर ही पंचायत करने का निर्णय लिया। उन्होंने डासना मंदिर के बाहर इकटठा होकर प्रदर्शन करने वाले लोगों पर एनएसए की मांग की। पुलिस अधिकारियों पर भी उन्होंने तमाम आरोप लगाए। करीब एक बजे सभी लोग अपने अपने घरों को लौटे।
पुलिस ने अलसुबह ही डासना मंदिर की ओर जाने वाले वाले रास्तों को बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया। छह कंपनी पीएसी के अलावा आसपास के थानों से भी पुलिसबल तैनात किया गया था। इस रास्ते पर जिन लोगों को घर और दुकान हैं, उनको भी आवाजाही में दिक्क्त हुई। शाम तक दुकानें भी बंद रहीं।
करीब 11 बजे युवाओं का एक जत्था दूधिया पीपल की तरफ से मंदिर की जाने लगा तो पुलिस ने उनको बेरिकेड लगाकर उनको रोक दिया। इसी दौरान पुलिस से पहले उनकी कहासुनी हुई। फिर उन्होंने बेरिकेड पलट दी। तभी पुलिस ने लाठी फटकारकर इन लोगों को खदेड़ दिया। मंदिर को जाने वाले मुख्य रास्ते पर भी जब पुलिस का सख्त पहरा देखा तो बड़ी तादाद में लोग वहीं से लौट गए। अंदर जाने की जिद पर अड़े 65 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस उनको लेकर पुलिस लाइन पहुंची।
महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए यूपी के अलावा उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान से बड़ी तादाद में साधु संत एक दिन पहले शनिवार को ही पहुंच गए थे। मंदिर परिसर में महापंचायत की सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई थीं। सुबह नौ बजे ही लोग मंदिर पहुंचने के लिए आने शुरू हो गए। साधु संतों को भी पुलिस ने अंदर नहीं जाने दिया।
संतों ने लोगों से अपील की कि पुलिस जहां पर लोगों को रोके, वहीं पर पंचायत कर दो। करीब 11 बजे जब लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपने समर्थकों के साथ डासना मंदिर जाने के लिए पहुंचे तो पुलिस ने उनको भी रोक दिया। इसके बाद वहां हंगामा हो गया। विधायक ने गाजियाबाद पुलिस पर समाज और सरकार को कमजोर करने का आरोप लगाया। घंटों की मशक्कत के बाद भी जब उनको अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली तो उन्होंने एनएच पर ही पंचायत करने की घोषणा कर दी।
सैकड़ों लोग सड़क पर ही बैठ और उन्होंने भाषण दिया। उन्होंने महंत पर टिप्पणी व मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने वालों पर एनएसए की कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि वह गाजियाबाद पुलिस की कार्यशैली की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे। करीब एक बजे के आसपास लोग अपने अपने घरों को जाने शुरू हो गए। दो बजे लोगों की भीड़ डासना व आसपास में कम हुई।
क्या तुम्हारी सत्ता में यहीं होगा: महापंचायत के आह्वान के बावजूद यति नरसिंहानंद सरस्वती न तो मंदिर में दिखे और न ही वह महापंचायत में आए। वाट्सएप पर उन्होंने कहा कि वह ज्यादा बातचीत नहीं कर सकती। उनको नजर बंद किया हुआ है। हालांकि, उन्होंने अपने एक्स पर गाजियाबाद पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए एक वीडियो साझा किया। लिखा कि जो काम कोई नहीं कर रहा, वह काम गाजियाबाद पुलिस कर रही है। एक साधु को गाजियाबाद पुलिस गाली दे रही है। क्या आपकी सत्ता में यही होगा?
अब तक हो चुकी है 36 की गिरफ्तारी: मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने, भडकाऊ भाषण समेत अन्य मामलों में अब तक कविनगर, वेवसिटी, कोतवाली, मसूरी में 20 मुकदमे दर्ज हो चुके है। वेवसिटी पुलिस मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने के मामले में 22 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा 14 लोगों की गिरफ्तारी कोतवाली पुलिस ने की है।
यह है पूरा मामला: पैगंबर मोहम्मद साहब पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके विरोध में एक पक्ष ने जहां मंदिर के बाहर प्रदर्शन किया। जबकि, दूसरा पक्ष इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहा है। जिले में धारा-163 लागू है। पुलिस ने पंचायत की अनुमति नहीं दी थी।
लोगों ने बैरिकेड पलटी, पुलिस ने फटकारी लाठी
महापंचायत में जाने के लिए जब 400 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए तो उन्होंने बैरिकेड को पलट दी। पुलिस और लोग आमने-सामने आ गए हाथापाई की नौबत पहुंच गई। पुलिस ने लाठी फटकारी और किसी तरह लोगों को काबू किया। इस दौरान भगदड़ जैसा माहौल पैदा हो गया। बड़ी तादाद में लोग इसके बाद वापस लौट गए। वहीं, विधायक नंद किशोर गुर्जर को जब अंदर नहीं जाने दिया गया तो उन्होंने वहीं पर महापंचायत करने की घोषणा कर दी। उन्होंने डासना मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने समेत अन्य मामलों में एनएसए की कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर भी तमाम आरोप लगाए। महापंचायत में आने वाले लोगों ने अपने वाहन सड़क किनारे बेतरतीब खड़े कर दिए। बड़ी संख्या में लोग भी वहां मौजूद थे। इसी वजह से एनएच पर जाम की स्थिति बन गई। लोगों को करीब आधा किलोमीटर दूरी में जाम के झाम से दो चर होना पड़ा। पुलिस ने किसी तरह व्यवस्था को बनाया।
स्वामी दीपंकर महाराज को पुलिस ने नहीं जाने मंदिर
स्वामी दीपंकर महाराज को पुलिस ने मंदिर नहीं जाने दिया। दीपांकर महाराज ने कहा ऐसे लग रहा है जैसे दो देशों की सीमा पार करनी पड़ रही हो। स्वामी जी ने कहा कि आज के हालात को दुखद बताया।