अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार गरीबों की जमीनों को छीनकर उन्हें बेघर करने का षड़यंत्र रच रही है। भाजपा सरकार गरीब विरोधी है। समाजवादी पार्टी और समस्त विपक्ष के विरोध के बाद भी सत्ता के अहंकार में चूर भाजपा सरकार नजूल जमीन विधेयक बीजेपी के कुछ लोगों के फायदे के लिए लायी है। ये लोग अपने आसपास की गरीब जनता की जमीने हड़पना चाहते हैं। सात साल से सरकार में रहकर बजट की लूट करने के बाद भी सत्ता में बैठे लोगों का पेट नहीं भरा है। अब ये नया कानून बनाकर जमीनें लूटना चाहते है।
अखिलेश यादव ने कहा कि नजूल लैंड का मामला पूरी तरह से घर उजाड़ने का फैसला है क्योंकि बुलडोजर हर घर पर नहीं चल सकता है। भाजपा घर-परिवार वालों के खिलाफ है। जनता को दुख देने में भाजपा अपनी खुशी मानती है। जबसे भाजपा आई है, तब से जनता रोजी-रोटी-रोजगार के लिए भटक रही है, और अब भाजपाई मकान भी छीनना चाहते हैं। कुछ लोगों के पास दो जगह का विकल्प है, पर हर एक उनके जैसा नहीं है। बसे बसाये घर उजाड़कर भाजपा वालों को क्या मिलेगा। क्या भू-माफियाओं के लिए भाजपा जनता को बेघर कर देगी?
यादव ने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि उनका ये फैसला सही है तो हम डंके की चोट पर कहते हैं, अगर हिम्मत है तो इसे पूरे देश में लागू करके दिखाएं क्योंकि नजूल लैंड केवल यूपी में ही नहीं पूरे देश में है। समाजवादी पार्टी की यही माँग है कि अमानवीय नजूल जमीन बिल हमेशा के लिए वापस हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ये बिल अपने निजी फायदे के लिए लाकर गरीबों की जमीनें हड़पना चाहते है। इस बिल का जनहित और विकास से कोई वास्ता नहीं है। गोरखपुर में नजूल के अन्तर्गत आने वाली बेशकीमती जमीनों पर सीएम की नजर है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी जी ने सोचा कि सत्ता का फायदा उठाकर उन जमीनों पर कब्जाकर लिया जाए इसलिए ये बिल लाया गया है।