दैनिक अथाह पहले भी खोल चुका है बदइंतजामी की पोल
विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान अनुभाग में शुक्रवार को आगजनी की एक और घटना सामने आई है। अधिकारियों का दावा है कि आगजनी पर समय रहते काबू पा लिया गया था जिससे कोई बड़ी क्षति नहीं हुई। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी जीडीए के विभिन्न अनुभागों में समय समय पर आगजनी की घटनाएं सामने आती रही हैं। और तो और जीडीए उपाध्यक्ष का कार्यालय भी अग्निकांड से अछूता नहीं रह सका है। इस सबके बावजूद जीडीए में आग से बचाव के इंतजाम भगवान भरोसे हैं।
कामकाज की गुणवत्ता के लिए जिस संस्थान को आईएसओ प्रमाणपत्र प्राप्त हो वहां ऐसी बदइंतजामी की उम्मीद नहीं की जा सकती है। जीडीए की इस बदइंतजामी पर दैनिक अथाह बीते 7 अक्टूबर 2022 के अंक में विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित कर चुका है। बावजूद इसके अधिकारियों की आंख नहीं खुली।
शुक्रवार की दोपहर जीडीए के मास्टर प्लान अनुभाग में अचानक उस समय अफरा तफरी मच गई जब वहां कार्यरत कर्मचारियों ने परिसर के एक हिस्से में से धुंआ उठता देखा। आनन-फानन में ही पूरे जीडीए में आग लगने की खबर फैल गई। कर्मचारियों ने उस समय राहत की सांस ली जब उन्हें पता चला की आग प्लास्टिक के कूलर में शार्ट सर्किट से लगी थी। जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी का कहना है कि आग ऐसी प्रकृति की नहीं थी जिससे अधिक नुकसान होता। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी नियोजन विभाग, भवन अनुभाग व अन्य परिसरों में आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद भी जीडीए के आला अधिकारी किसी भी आपदा के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहे हैंं। जीडीए परिसर में लगे आग से बचाव के यंत्र शोपीस बने खड़े हैं। आगजनी की किसी भी गंभीर घटना को काबू में करने के लिए जीडीए के पास संसाधन नाममात्र के ही हैं। अधिकारियों का कहना है कि अग्नि शमन उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर छोड़े जा चुके हैं और जल्द ही प्राधिकरण परिसर में उपकरण स्थापित कर दिए जाएंगे।