भाजपा संगठन में बदलाव की तैयारी
राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ संगठन में हो सकता है बड़ा फेरबदल
प्रदेश संगठन में कुछ की हो सकती है पदोन्नति
अशोक ओझा
नयी दिल्ली केंद्र व प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में अगले कुछ दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। हालांकि यह बदलाव चुनाव वाले राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अधिक हो सकता है। 2024 में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अन्य राज्यों के प्रभारियों में बदलाव की पूरी संभावना जताई जा रही है, खासकर उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में जहां सर्वाधिक लोकसभा सीटें है।
संसद के बजट सत्र का प्रथम चरण समाप्त होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। हालांकि यह बदलाव केंद्रीय संगठन में और चुनावी राज्यों में अधिक नजर आयेगा। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो बदलाव में कुछ देरी इसलिए हो सकती है कि भाजपा त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड के चुनावों का अध्ययन कर सकती है। लेकिन बदलाव की भूमिका करीब करीब तय हो चुकी है। इस बदलाव में केंद्र सरकार के दो कद्दावर मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही अनुराग ठाकुर को केंद्रीय संगठन में लाकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और किसी महत्वपूर्ण राज्य का प्रभारी बनाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को केंद्रीय संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के लिए राजस्थान संगठन में बदलाव बड़ा काम होगा। पार्टी किसी भी हालत में राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ना चाहेगी। इससे पूर्व उन्हें किनारे किया जा सकता है या कोई भूमिका देकर संतुष्ट किया जा सकता है। अधिक संभावना उन्हें संतुष्ट करने की है। इसके बाद राजस्थान में भाजपा खुद चुनावी पिच तैयार करेगी और आक्रामक रूप से बल्लेबाजी करेगी। इसके तहत प्रदेश संगठन में भी फेरबदल से इनकार नहीं किया जा सकता। इसमें केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी बड़ी भूमिका तय करने में संगठन लगा है।
इसके साथ ही मध्यप्रदेश में सत्ता विरोधी लहर से बचने के साथ ही फिर से प्रदेश में सरकार बनाने के लिए भाजपा इस राज्य में भी बदलाव करेगी। नरेंद्र सिंह तोमर भी इसी राज्य से आते हैं, इसी कारण उन्हें संगठन में लाने की तैयारी है। युवा मंत्री अनुराग ठाकुर का उपयोग भी भाजपा आगामी चुनावों में संगठन में करना चाहती है। इस कारण उन्हें भी संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा जोरों पर है।
उत्तर प्रदेश 2024 के लिहाज से बड़ा प्रदेश है तथा प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर भाजपा कमल खिलाने की चाहत में है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक की छवि अच्छी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं संगठन से उनका तालमेल बेहतर है। भाजपा इस ऊर्जावान उप मुख्यमंत्री का उपयोग में केंद्रीय संगठन में करना चाहती है। लेकिन उन्हें दिल्ली ले जाने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति भी भाजपा नेतृत्व प्राप्त करेगा। यदि मुख्यमंत्री ने वीटो लगाया तो पाठक प्रदेश में ही बने रह सकते हैं। इसके साथ ही प्रदेश संगठन से कुछ चेहरों की छुट्टी कर उन्हें केंद्रीय टीम में स्थान देने की कवायद भी तेज हो गई है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी को बदलने की तैयारी भी संगठन स्तर से चल रही है। लेकिन कोई नाम अभी फाइनल नहीं हुआ है।
भाजपा सूत्रों की मानें तो नेतृत्व तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड के चुनाव परिणामों को देखकर कुछ फेरबदल करना चाहेगा। लेकिन अंतिम निर्णय संगठन एवं सरकार जल्द ही लेने के मूड में है। इसके बाद ही यूपी को छोड़कर अन्य राज्यों में बदलाव होंगे।