मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार हुए जनप्रतिनिधियों- पार्टी पदाधिकारियों से रू-ब-रू
थाना- तहसील से लेकर जीडीए, पुलिस में भ्रष्टाचार, नशा बिक्री समेत तमाम मुद्दे उठे
रेपिड रेल एवं खनन के डंफरों से खराब सड़कों की स्थिति, पेयजल, मोदीनगर के हापुड़ रोड पर आरओबी का मुद्दा भी उठा
अशोक ओझा
गाजियाबाद। प्रदेश सरकार के मुखिया। यदि सीधे सीधे कहें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार भाजपा संगठन के पदाधिकारियों से सीधे संवाद किया। इस दौरान जहां मुख्यमंत्री ने अपनी बात कही, वहीं पदाधिकारियों को जिले की फीड बैक देने के लिए खुली छूट प्रदान की। पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री एवं प्रदेश सरकार की जमकर सराहना की तो दूसरी तरफ पदाधिकारियों ने अपना दर्द बयां करने में भी कोई कसर बाकी नहीं रखी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरठ मंडल के दो दिवसीय दौरे पर आये थे। इस दौरान उन्होंने रात्रि विश्राम भी गाजियाबाद में ही किया। शनिवार को सुबह उन्होंने भाजपा जन प्रतिनिधियों जिनमें सांसद, विधायक, एमएलसी एवं जिला पंचायत के साथ ही भाजपा की जिला एवं महानगर कमेटी के पदाधिकारियों से बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब बात बंद कमरे से बाहर न जायें तथा अच्छी बातों का प्रचार- प्रसार चौराहों पर हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचे। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से जनता के बीच लगातार जाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनता के काम कराने के लिए अधिकारियों से भी लगातार संवाद स्थापित करते रहें।
इस दौरान उन्होंने जिले का फीड बैक मांगते हुए सभी से कहा कि जो समस्या हो उसे बतायें। बैठक के दौरान महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने पूर्वांचल एवं उत्तरांचल भवनों के निर्माण कार्य गति को तेज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आईएएस प्रशिक्षण केंद्र का काम भी पूरा नहीं हुआ है। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें दोनों भवन जल्द जनता को समर्पित करने का आश्वासन दिया। जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने कहा कि हमने विपरीत परिस्थितियों में सीटें जीतकर दी है। हमारा ग्रामीण क्षेत्र है, थाने और तहसीलों में सुनवाई नहीं होती। यदि कार्यकर्ता की बात सुनी जाये तो इसका अच्छा संदेश जायेगा। कार्यकर्ता को लगेगा कि हमारी सरकार है। इसका समर्थन बैठक में मौजूद अनेक पदाधिकारियों ने किया।
मुरादनगर में हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट के चलते बदहाल सड़कों- मुधबन बापू धाम योजना से प्रभावित किसानों का मुद्दा उठा
विधायक अजीत पाल त्यागी ने इस दौरान हाई स्पीड रेल निर्माण कार्य के कारण दिल्ली- मेरठ रोड की बदहाल स्थिति एवं डंफर चलने के कारण ग्रामीण सड़कों की खराब हालत का मुद्दा उठाया। इस मामले में उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह से कहा कि वे एनसीआरटीसी से बात कर सड़कें ठीक करवाने को कहें। उन्होंने कहा सड़कों को ठीक करने की जिम्मेदारी एनसीआरटीसी की है। अजीत पाल त्यागी ने इसके साथ ही कहा कि पूर्व की सरकारों ने किसानों के साथ अन्याय किया है जिस कारण मधुबन बापू धाम योजना गति नहीं पकड़ रही है। किसानों के मुआवजे का मामला फंसा है जिसका समाधान आवश्यक है। इस पर मुख्यमंत्री ने ओएसडी संजय प्रसाद से पूरे मामले को नोट करने के निर्देश दिये।
डा. मंजू शिवाच ने उठाया हापुड़ रोड पर आरओबी का मुद्दा
बैठक में मोदीनगर विधायक डा. मंजू शिवाच ने हापुड़ रोड पर आरओबी का मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने इसे नोट करने के निर्देश दिये। इस पर डा. शिवाच ने कहा कि शासन में यह फाइल है। मुख्यमंत्री ने इसको लेकर आश्वासन भी दिया।
गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट में इसलिए रूका हूं कि पूरी व्यवस्था देख सकूं: मुख्यमंत्री
विधायक सुनील शर्मा ने ट्रांस हिंडन में डिग्री कॉलेज एवं अस्पताल के साथ ही खोड़ा में पेयजल का मुद्दा उठाया। वहीं, अतुल गर्ग ने तिगरी चौक पर डिग्री कालेज की मांग रखी। उन्होंने कहा कालेज बनने से तीन क्षेत्रों के लोगों को लाभ मिलेगा। दोनों विधायकों को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। सुनील शर्मा से कहा गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट में इसीलिए रूका हूं कि पूरी व्यवस्था देख सकूं।