अभी नशे के खिलाफ कानून बनाकर कार्य शुरू हुआ है, आरोप भी लगने लगे: योगी आदित्यनाथ
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब भाजपा पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की एवं समस्याएं सुनी तो अनेक मामलों में उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की।
मोदीनगर के वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी ने अवैध कालोनियों एवं निर्माण को लेकर जीडीए के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया तो मुख्यमंत्री ने कहा बगैर प्रमाण के आरोप नहीं लगाने चाहिये। उन्होंने कहा किसी अधिकारी के ऊपर भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई होती है तो 50 वर्ष तक भी मामला समाप्त नहीं होता। इसी दौरान एक और वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा जिले में नशे का कारोबार पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो नशे के विरोध में अभियान शुरू किया गया है। अभियान शुरू होते ही आरोप भी लगने लगे। उन्होंने इस स्थिति को ठीक नहीं माना।
इस मौके पर भाजपा महानगर महामंत्री सुशील गौतम ने कहा कि विधवा पेंशन एवं वृद्धावस्था पेंशन के लिए आय प्रमाण पत्र का मुद्दा उठाया। वहीं, मीडिया प्रभारी अश्वनी शर्मा ने जीडीए द्वारा विकसित कॉलोनियों को नगर निगम का हस्तांतरण के मामला उठाया। कुछ लोगों ने बिजली कनेक्शन में परेशानी का मुद्दा उठाया। इतना ही नहीं जाति प्रमाण पत्र के नवीनीकरण का मुद्दा भी गौतम ने उठाया। बैठक लंबी न चले इस पर मुख्यमंत्री ने सभी से कहा कि वे शिकायतें व समस्याएं महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को सौंप दें।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनिवाल, महापौर आशा शर्मा, विधायक सुनील शर्मा, अतुल गर्ग, अजीत पाल त्यागी, नंद किशोर गुर्जर, डा. मंजू शिवाच, एमएलसी दिनेश गोयल मौजूद रहे। इसके साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल, मानसिंह गोस्वामी, मयंक गोयल, महामंत्री पप्पू पहलवान, गोपाल अग्रवाल, सुशील गौतम, स्वदेश जैन, जितेंद्र चितौड़ा, देवेंद्र चौधरी, नवेंद्र गौड़, धजय खारी, संजीव चौधरी, गुंजन शर्मा, अश्वनी शर्मा, बॉबी त्यागी, कुलदीप त्यागी, राजेश त्यागी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।