Dainik Athah

टीकाकरण से सर्वीकल कैंसर की रोकथाम संभव : डा. संगीता गोयल

नौ से 15 वर्ष की आयु वर्ग में सबसे ज्यादा कारगर होता है टीकाकरण

45 वर्ष की आयु तक दी जाती है टीकाकरण कराने की सलाह

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
हमारे देश में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सबसे ज्यादा सर्वीकल कैंसर (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) के ही मामले सामने आते हैं। सर्वीकल कैंसर की रोकथाम संभव है। बाजार में इसका टीका उपलब्ध है। सर्वीकल कैंसर रोधी टीका लगाने का सबसे सही समय नौ से 15 वर्ष होता है, क्योंकि इस आयुवर्ग में टीकाकरण की कारगरता (एफीकेसी) ज्यादा रहती है। हालांकि उस आयु के बाद भी टीका लगवाया जा सकता है। 45 वर्ष की आयु तक की महिलाओं को सर्वीकल कैंसर का टीका लगवा लेना चाहिए। यह बातें बुधवार को जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. संगीता गोयल ने कहीं। वह आईएमए के सहयोग बुधवार को संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में लगाए गए निशुल्क टीकाकरण कैंप में आईएमए की स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ मौजूद थीं।

आईएमए के बैनर तले “कल्कि” एनजीओ का गठन किया गया है।

“कल्कि” की ओर से माहवारी स्वच्छता को लेकर भी महिलाओं को जागरूक करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा और माहवारी के दौरान टिकाऊ साधन अपनाने की सलाह दी जा रही है ताकि साफसफाई भी रहे और पर्यावरण को नुकसान भी न पहुंचाए। इसके साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञों का समूह गांव-गांव जाकर सर्वीकल कैंसररोधी टीकाकरण के बारे में महिलाओं को जागरूक भी कर रहा है।

 स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर और केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट से सहयोग लेकर बुधवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में निशुल्क टीकाकरण कैंप का आयोजन भी उसी प्रयास के क्रम में किया गया। आईएमए की डाक्टर अरुणा अग्रवाल ने बताया कैंप में बुधवार को 17 लड़कियों का टीकाकरण किया गया है। छह माह का समय पूरा होने पर इन सभी बच्चियों को दूसरी डोज भी निशुल्क दी जाएगी। ला‌भार्थियों को टीकाकरण सर्टीफिकेट जारी करने के साथ ही दूसरी डोज की तारीख भी दे दी गई है।

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