अथाह संवाददाता
गाजियाबाद । केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अपना 53वां स्थापना दिवस इंदिरापुरम स्थित पांचवीं आरक्षित बटालियन में मना रहा है। समारोह के मुख्य अतिथि केंदीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि समय के साथ चुनौतियां बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों को सीआईएसएफ की ओर से ट्रैनिंग दी जाएगी।
अकेले सीआइएसएफ औद्योगिक क्षेत्रों के सुरक्षा पुख्ता नहीं कर पाएगी। गृह मंत्री ने सीआइएसएफ के महानिदेशक को इस दिशा में काम करने के लिए कहा। सीआइएसएफ को साइबर सुरक्षा की दिशा में भी काम करने के लिए कहा। अमित शाह ने कहा कि शरीरिक रूप से सुरक्षा के साथ साइबर सुरक्षा बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अब ड्रोन से हमले हो रहे हैं। डीआरडीओ ड्रोन विरोधी टेक्नोलोजी पर काम कर रहा है। देश में ड्रोन विरोधी इकाइयां बनाई जाएं, जिससे सुरक्षा पुख्ता हो सके। सीआइएसएफ के महिला व पुरुष जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए शौर्य धुन पर कदम से कदम और कंधे से कंधा मिलाकर कदमताल किया। जवानों की 10 कंपनी ने कदमताल किया जिसमें एक कंपनी महिला कमांडो की शामिल है।
नारी सशक्तिकरण का दिया संदेश
देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आठ मार्च को महिला दिवस है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि सीआइएसएफ अपना स्थापना दिवस चार दिन पहले मना रही है। 10 मार्च को स्थापना दिवस के दिन विधानसभा चुनाव के परिणाम आ रहे हैं। छह मार्च को हो रहे समारहो में नारी सशक्तिकरण का संदेश देने के लिए महिला कमांडो की टीम ने नारी शक्ति का प्रदर्शन किया।
कोरोना काल में सीआईएसएफ कर्मियों ने उठाया जोखिम
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान जब भारतीय विदेश से वापस आ रहे थे, सीआईएसएफ कर्मियों ने साथी भारतीयों की देखभाल करने में जोखिम उठाया और यहां तक कि अपनी जान भी गंवा दी। वे यूक्रेन से लौटने वाले नागरिकों की आपरेशन गंगा के तहत पूरी मदद कर रहे हैं।
आग बुझाकर जानें बचाई
सीआइएसएफ जवानों ने डेमो की जरिए ट्रांसफार्मर, एलपीजी गैस, क्रूड आयल टैंक और औद्योगिक इकाई में लगी भीषण आग में फंसे लोगों को बचाने और आधुनिक तकनीक से आग बुझाने का डेमो दिखाया। इसके बाद पानी से हवा में तिरंगा बना दिया। इस दौरान जवानों का करतब देख दर्शकों ने भारत माता के जय के नारे लगाए