अथाह ब्यूरो
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की प्रतिमा का अनावरण करने सीतापुर जिले के अटल चैक पहुंचे। वहां मौजूद सभा को संबोधित करते हुए एक तरफ तो उन्होंने श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेई के सुशासन की याद दिलाई। श्री सिंह ने कहा कि सपा के शहजादे कहते हैं कि ठोको ताल, पहचान हमारी टोपी लाल, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आज बच्चा-बच्चा जानता है कि लाल टोपी वाला आदमी गुण्डा होता है। सपा शासन के कानून-व्यवस्था की दुर्दशा की बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले हर घर में माँ कहती थी कि बच्चों सो जाओ, वरना लाल टोपी वाले गुण्डे आ जाएँगे। महिलाओं के साथ बदसलूकी होती थी और सपा के मुखिया कहते थे कि लड़कों से गलती हो जाती है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज योगी सरकार में यदि कोई बहन-बेटियों से बदसलूकी करता है तो वह सीधे जेल के अंदर जाता है या जमीन के अंदर।
पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल विहारी बाजपेई की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने अंतिम सांस तक दलित, शोषित, वंचित समाज के लिए कार्य किया। अटल जी देश की एक धरोहर थे और अटल जी के विचारों के कारण ही भाजपा आज शीर्ष पर पहुंची है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई इस देश की मिट्टी की आत्मा में बसते हैं और मेरे जैसे कार्यकर्ताओं ने उनसे बहुत कुछ सीखा है। श्री सिंह ने कहा कि पार्टी ने हमें बस देश और देश के लोगों की सेवा में हर क्षण समर्पित करना सिखाया है। जो लोग मुझे जानते हैं, उन्हें पता है स्वतंत्र सिंह देव हर क्षण उनकी सेवा में हाजिर है। ये समर्पण हमने अटल जी से ही सीखा है। वह सिर्फ हमारे नेता ही नहीं थे वह मेरे जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं के अभिभावक भी थे।
श्री सिंह ने समाजवादी पार्टी के पोस्टरों पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा के शहजादे कहते है कि ‘मैं आ रहा हूं’, मेरा उनसे सीधा सवाल है कि अब करने क्या आ रहे हो भाई? दोबारा गुंडो को लूटपाट और हत्या का लाइसेंस देने आ रहे हो? मुख़तार और अतीक अहमद के लिए नए महल बनाने आ रहे हो? प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य रोकने के लिए आ रहे हो? या फिर जिस जिन्ना की तारीफ के कसीदे पढ़ते हो, उसकी मूर्ति लगाने आ रहे हो? अखिलेश यादव प्रदेश में परिवारवाद लौटाने का दिवास्वप्न देख रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि मैं ये बात साफ कर देना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश की भूमि प्रदेश की जनता अब माफियावाद और परिवारवाद के कब्जे में दोबारा लौटने नहीं देगी। यूपी के अगले मुख्यमंत्री भी वही होंगे जो प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं।