Dainik Athah

स्वावलंबी बन सशक्तिकरण का इतिहास लिख रही महिलाएं- बिमला बॉथम

सरकार की विभिन्न योजनाओं की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने की समीक्षा

जनसुनवाई के लिए उपस्थित 06 महिलाओं के प्रकरणों पर की गई सुनवाई 

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने कलेक्ट्रेट सभागार में मिशन शक्ति फेज-3 के अन्तर्गत महिला कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की महिलाएं स्वावलंबी बन सशक्तिकरण का इतिहास लिख रही हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने अध्यक्ष विमला बाथम का पौधा देकर स्वागत किया। 

इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एवं उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष में प्रगति से अवगत कराया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जिला स्तर पर महिला सशक्तिकरण को लेकर चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर अध्यक्ष विमला बाथम ने कहा कि आज प्रदेश में हजारों की संख्या में ऐसे स्वयं सहायता समूह बने हुए हैं, जहां महिलाओं की कला को न सिर्फ सम्मान मिल रहा है, बल्कि वह आर्थिक रूप से भी मजबूत भी बन रही हैं। इसके अलावा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत भी बेटियों को पढ़ाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है ताकि महिलाओं व बेटियों को प्रोत्साहन मिल सके। 

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को महिलाओं व बच्चों के प्रति हिंसा व अपराधों की रोकथाम करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद में निरंतर मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत ग्रामों में कार्यक्रम कराए जाएं। साथ ही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पीड़िता क्षति पूर्ति योजना, रानी लक्षमी बाई महिला बाल सम्मान कोष, वन स्टाप सेन्टर के अंतर्गत घरेलू हिंसा, भुली-भटकी महिलाओं को दी जाने वाली सहायता के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम का भी निरंतर आयोजन किया जाए। इस अवसर पर परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अधिकरण, गाजियाबाद द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना एवं महिलाओं द्वारा चलाये जा रहे स्वयं सहायता समूहों की प्रगति से अवगत कराया गया। 

इस अवसर पर  अध्यक्ष द्वारा महिला जनसुनवाई के लिए उपस्थित 6 महिलाओं के प्रकरणों पर भी सुनवाई की गई एवं उनकी समस्याओं को मानवीय आधार एवं कानून के अन्तर्गत त्वरित निस्तारण के लिए पुलिस विभाग को निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, परियोजना निदेशक डीआरडीए पीएन दीक्षित, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, अपर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ज्योति दीक्षित, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विश्राम सिंह सहित पुलिस विभाग के अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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