225 फुट का तिरंगा रहा आकर्षण का केंद्र
कई देश के प्रतिनिधियों रहे अतिथि
राफेल, तेजस, सूर्य किरण व सारंग ने दिखाएं आकाश में करतब
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। वायु सेना के 89 वे स्थापना दिवस पर भारतीय वायुसेना के विमानों ने सिंह की तरह दहाड़ते हुए हैरतअंगेज आश्चर्यचकित कर देने वाले करतब दिखाए। राफाल और तेजस की गड़गड़ाहट की गूंज दुनिया ने वायु सेना दिवस पर देखी।
हिंडन एयरबेस पर वायु सेना के 89 वे स्थापना दिवस पर ‘आत्मनिर्भर एवं सक्षम’ थीम के साथ भारत-पाक विजय 1971 युद्ध की 50 वर्ष पूर्ण होने पर युद्ध के योद्धाओं के नाम समर्पित रहा।
परेड ग्राउंड पर पहली बार विमानों की प्रदर्शनी के बीच जिनेट अजीत विमान को खास तौर पर दर्शाया गया था भारत पाक युद्ध के दौरान इस लाइट फाइटर ने खास भूमिका निभाई थी। कार्यक्रम की शुरुआत वायुसेना परेड से हुई जिसकी सलामी वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने की।
वायुसेना के जवानों ने नौसेना प्रमुख कर्मवीर सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज रावडे, चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को जनरल सलून किया। इस दौरान कई देशों के प्रतिनिधि और सेना अधिकारी अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। परेड के उपरांत वायुसेना अध्यक्ष वी आर चौधरी ने सेना के अधिकारी और जवानों को उत्कृष्ट कार्य के लिए गैलंट्री अवॉर्ड से नवाजा।
वायु सेना दिवस के अवसर पर आकाशगंगा पैराशूट दल ने 6000 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई। इस दौरान पैराशूट दल के सदस्यों ने भारत का तिरंगा झंडा, वायु सेना का झंडा, थल सेना का झंडा लेकर जमीन पर उतरे। इसी के साथ तीन पैराशूट सदस्यों ने तिरंगा बनाकर लोगों का आकर्षण खींचा।
वही सारंग हेलीकॉप्टरों ने विभिन्न प्रकार के कर्तव्य दिखाएं, सूर्य किरण टीम ने एक के बाद एक करतब दिखाएं तथा एयर शो के दौरान राफेल और तेजस ने भी अनेकों हैरतअंगेज करतब प्रस्तुत किए इस दौरान राफेल और तेजस की गड़गड़ाहट सहमे रह गए।
इस अवसर पर 225 फुट लंबा तिरंगा आकर्षण का केंद्र रहा। वायु सेना स्थापना दिवस पर पहली बार देश का सबसे बड़ा भारत का ध्वज 225 फुट लंबा है 150 फुट चौड़ा जिसका वजन 1000 किलो है और खादी से निर्मित है उसको वायुसेना स्थापना दिवस पर हिंडन एयरबेस में लगाया गया जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान गरुड़ कमांडो ने वायु सेना स्थापना दिवस स्थल पर सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी निगरानी रखी।