Dainik Athah

100 करोड़ रुपए के फर्जी लोन कराने वाला माफिया लक्ष्य तंवर दो साथियों के साथ गिरफ्तार

वादी और उसका पिता भी 4 करोड़ रुपए के पीएनबी बैंक घोटाले में शामिल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 100 करोड़ से ज्यादा के लोन कराकर बैंकों को चूना लगाने लवाले लोन माफिया के लक्ष्य तंवर को शहर कोतवाली पुलिस ने उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने कम दाम की प्रॉपर्टी पर 4 करोड़ रुपए का बैंक से लोन लिया और फिर साथियों के साथ मिलकर उसका बंदरबाट कर लिया। पकड़े गए लोन माफिया पर 22 मामले दर्ज है। सीबीआई और ईओडब्ल्यू शाखा तक ने उसके खिलाफ मुकद्में दर्ज कर रखे है। लेकिन वह कानूनी पेंचीदगियों का फायदा उठाकर पुलिस की गिरफ्त से बचता आ रहा है।


नगर क्षेत्राधिकारी महिपाल सिंह ने बताया कि मुकदमा 700/2020 धारा 419, 420, 467,468, 471, 120 बी आईपीसी के मामले में रविवार को लक्ष्य तंवर को हिरासत में लिया गया था। कोतवाली थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला है कि पंजाब नेशनल बैंक के बैंक मैनेजर उत्कर्ष कुमार व डिप्टी मैनेजर प्रियदर्शनी के साथ मिलकर अपने दूर के रिश्तेदार तुराबनगर के रहने वाले शिवम पुत्र सुनील कुमार को विश्वास में लेकर फर्जी तरह से प्रॉपर्टी अपने नाम कराई। फिर उन्हीं प्रॉपर्टी पर बैंक से 4 करोड़ रुपए करा लोन लिया और शिवम और उसके पिता सुनील के साथ मिलकर रुपए का बंटरबाट कर लिया। यहीं नहीं अपने बचाव के लिए शिवम ने ही मामले की रिपोर्ट दर्ज कर दी। वादी की भूमिका संदिग्ध होने के बाद पुलिस ने शिवम और उसके पिता सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया। शिवम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि लक्ष्य ने अपने साथियों की मदद से कम कीमत वाली प्रॉपर्टी पर बैंकों से ज्यादा लोन कराकर बैंकों को 100 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है।


शातिर किस्म का ठग है लक्ष्य तंवर

कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ा लक्ष्य तंवर शातिर किस्म का ठग है। इसने पूर्व में शहर कोतवाल रहे एलएस मौर्य के साथ भी करोड़ों की ठगी की थी। उस मामले में उनके द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी थी। इसका कारण बताया जा रहा है कि आरोपी ने ठगी से मोटा धन कमा रखा है। पुलिस शिकंजे से बचने और कानूनी लपेटे में आने से पहले ही वह लेन-देन की सेटिंग कर लिया करता था। बताया गया है कि अरबों-खरबों का फ्रॉड करने वाला आरोपी कभी कपड़ों पर प्रेस किया करता था। वर्तमान में उसकी कई कोठी और मोटा बैंक बैलेंस बताया जा रहा है।


लक्ष्य को बचाने के लिए भाजपा के कई नेताओं के घनघनाते रहे फोन

ठगी से अरबों रुपए का एंपायर बनाने वाले लक्ष्य तंवर की राजनीति में भी अच्छी पैठ थी। शुरूआत में लक्ष्य ने हिन्दुवादी नेता व बिल्डर संजीव सक्सेना के साथ कई कार्यक्रमों में नजर आए। उन्होंने माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम की कार भी दिल्फूंली में फूंकी। जिसके बाद वह सुर्खियों में आए और उन्होंने राजनीति की तरफ कदम बढ़ाया। लक्ष्य के भाजपा के भी कई राजनेताओं से संबंध थे। यहीं वजह रही कि पुलिस के घर से उठाते ही पुलिस के पास भाजपा के कई नेताओं के सिफारिश में फोन भी घनघनाए। यहां तक कि एक मंत्री ने भी पुलिस से उसे छोड़ने की सिफारिश की। लेकिन मामला बड़ा होने की वजह से मंत्री भी पूछे हट गए। पुलिस पत्रकारों को भी लक्ष्य की गिरफ्तारी पर कोई भी जवाब देने से बचती रही और सोमवार को लक्ष्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार दिखाकर सारे दबावों पर विराम लगा दिया।

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