Dainik Athah

बूथ अध्यक्षों की चुनाव में होगी सबसे बड़ी जिम्मेदारी

– भाजपा के बूथ अध्यक्षों के पास होगी क्षेत्र की एक- एक जानकारी
– भाजपा ने नारा भी दिया है मेरा बूथ सबसे मजबूत, अपना बूथ जिताना है, भाजपा को फिर लाना है

अथाह संवाददाता
गाजियााबाद। भारतीय जनता पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए अभी से ही पूरी ताकत झौंकनी शुरू कर दी है। पार्टी का मानना है कि यदि बूथ मजबूत होगा तो उस बूथ पर पार्टी को विजय हासिल करने में कोई परेशानी नहीं होगी। बूथ अध्यक्ष का अर्थ है कि बूथ की हर जानकारी उसके पास होगी।
भाजपा ने अंतिम पायदान अर्थात बूथ पर जाकर चुनाव की तैयारी शुरू की है। पार्टी का बूथ अध्यक्ष 2022 के चुनाव में मुख्य कड़ी होगा। इसके साथ ही पार्टी वर्ष में छह कार्यक्रम बूथ स्तर पर आयोजित करेगी। इसमें छह अप्रैल भाजपा का स्थापना दिवस, 14 अप्रैल डा. भीमराव अंबेडकर जयंती, 23 जून डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, 25 सितंबर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती, 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस एवं 11 फरवरी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि जिसे समर्पण दिवस के रूप में मनाया जायेगा।


सबसे महत्वपूर्ण यह है कि बूथ अध्यक्ष को सभी जानकारी एकत्र करनी होगी जैसे कुल मतदाता, कुल परिवार, पुरुष, महिला एवं युवा मतदाता कितने- कितने हैं। बूथ क्षेत्र में प्रमुख जातियां, विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा एवं अन्य को इस बूथ से कितने कितने मत मिले, इसी प्रकार की जानकारी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भी जुटानी होगी। इतना ही नहीं बूथ अध्यक्ष को अपने क्षेत्र के बीएलओ से लगातार संपर्क में रहना होगा। भाजपा हर बूथ पर 21 कार्यकर्ताओं की सूची बनायेगी यह जिम्मेदारी भी बूथ अध्यक्ष की होगी। माह में एक बार बूथ समिति की बैठक भी होगी। इसके साथ ही बूथ समिति में उस क्षेत्र में रहने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ता विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में रहेंगे।


– महिला- दलितों पर विशेष जोर
भाजपा का मुख्य ध्यान महिला मतदाताओं के साथ ही दलित मतदाताओं की तरफ भी है। बूथ अध्यक्ष को इन दोनों वर्गों को जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। मतदाताओं के नाम जुड़वाने एवं कटवाने का काम भी बूथ अध्यक्ष ही करेंगे। महिला एवं वरिष्ठ नागरिकों की अलग- अलग टोली भी बनानी होगी।


– 60 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बनेंगे
इसके साथ ही पन्ना प्रमुख बनाना भी बूथ अध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी। वोटर लिस्ट के एक पन्ने यानि 60 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बनाया जायेगा। हर बूथ पर पांच स्मार्ट फोन वाले तथा इतने ही मोटरसाइकिल वाले कार्यकर्ताओं की सूची भी बनानी होगी। इन दोनों का उपयोग ग्रामीण क्षेत्र में अधिक होगा। बूथों की पार्टी स्तर पर लगातार समीक्षा भी होगी।

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