– दोनों क्षेत्रों से संगठन पदाधिकारियों को बुलंदशहर बुलाने का मकसद जल्द स्पष्ट करेगी भाजपा
– कल्याण सिंह के जरिये लोध एवं पिछड़ों को साथ लेने की कवायद
अशोक ओझा
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने राम मंदिर आंदोलन के हीरो एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का नाम आगामी विधानसभा चुनाव में भुनाने की रूपरेखा तैयार कर ली है। कल्याण सिंह के सहारे भाजपा लोध मतदाताओं के साथ ही पिछड़ों को साधने का काम करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के बाद जिस प्रकार भाजपा ने एवं प्रदेश सरकार ने उनकी अंतिम यात्रा की योजना तैयार की तथा लखनऊ से नरौरा तक जिस प्रकार का सैलाब सड़कों पर उमड़ा उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भाजपा की योजना में कोई सुराख नहीं था। लखनऊ से अलीगढ़, अतरौली एवं नरौरा सभी जगह लाखों लोगों की भीड़ अपने नेता के अंतिम दर्शन के साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जुटी। भाजपा ने जो योजना के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ ही विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों को संदेश देकर नरौरा पहुंचने के लिए कहा गया था उससे ही साबित होता है कि भाजपा कल्याण सिंह को भुनाने को तैयार है। लखनऊ में तो प्रधानमंत्री, भाजपा अध्यक्ष, रक्षा मंत्री पहुंचे तो इसी प्रकार अतरौली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, राष्टÑीय महासचिव अरुण सिंह, नरौरा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी मुख्य रूप से मौजूद रहे। पश्चिम के साथ ही बृज प्रदेश में लोध मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। इसके साथ ही भाजपा उनके पिछड़े होने का लाभ लेना चाहती है।
भाजपा सूत्रों की मानें तो भाजपा राम भक्तों को भी कल्याण सिंह के नाम पर प्रभावित करना चाहती है। पार्टी की योजना कल्याण सिंह के अस्थि कलश भी पूरे प्रदेश में घुमाने की है। इन अस्थि कलश के साथ भी भाजपा अपने पक्ष में माहौल तैयार करेगी। अस्थि कलश जहां से भी निकलेंगे वहां पर लोगों की भारी भीड़ जुटाई जायेगी। अस्थि कलश यात्रा पूरे प्रदेश में घुमाई जायेगी।
इसी रणनीति के तहत अतरौली से लेकर अयोध्या तक सड़कों के नाम कल्याण सिंह मार्ग रखने की उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने पहले से ही घोषणा कर दी है। यह भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल की बैठक में कल्याण सिंह के नाम पर कुछ और योजनाएं तैयार की जायेगी। भाजपा संगठन ने केंद्रीय संगठन के साथ मिलकर पूरा खाका तैयार कर लिया है। बस इंतजार है तो अमलीजामा पहनाने का। इसी रणनीति के तहत कल्याण के भाषणों के प्रमुख अंशों को लेकर आॅडियो एवं वीडियो भी तैयार करवाई जा रही है। जिसमें मुख्य रूप से भाजपा एवं राम मंदिर पर केंद्रीत भाषण होंगे।