रालोद नेताओं के बीच झगड़े का मामला
जिन नेताओं के पद वापस नहीं हुए उनकी खुशी हुई काफूर
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। राष्ट्रीय लोक दल के जिन नेताओं में विवाद हुआ था उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देश के बाद एक दूसरे को मिठाई खिलाकर विवाह तो समाप्त कर दिया लेकिन मौके पर मौजूद पार्टी नेताओं के पद वापस नहीं हुए हैं जिससे रालोद के उन पूर्व पदाधिकारियों में मायूसी है जिनको पद वापस मिलने की उम्मीद थी।
बता दें कि कुछ दिनों पूर्व रालोद की प्रेस वार्ता के दौरान मोदी नगर गन्ना विकास परिषद के चेयरमैन अमरजीत सिंह बिड्डी एवं पूर्व महानगर अध्यक्ष रविंद्र चौहान के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था। इस दौरान मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। मामला रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के पास पहुंचा तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पार्टी के सभी नेताओं के पद समाप्त करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। शुक्रवार को गाजियाबाद पहुंचे संगठन प्रभारी डॉ राजकुमार सांगवान की मौजूदगी में अमरजीत बिड्डी एवं रविंद्र चौहान ने हाथ मिलाने के साथ ही एक दूसरे को मिठाई खिलाई थी। रालोद के नेताओं ने दावा किया था कि जयंत चौधरी ने सभी का निलंबन वापस करते हुए उन्हें पूर्व के पदों पर बहाल कर दिया। लेकिन शनिवार को जयंत चौधरी के कार्यालय सचिव समर पाल सिंह ने पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि अनुशासनहीनता में निलंबित किए गए कार्यकर्ताओं ने भविष्य में अनुशासनहीनता ने करने का साथ ही अच्छे चाल चलन का भरोसा दिया है जिस कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उनका निलंबन तो वापस कर दिया है। लेकिन यह सभी नेता बगैर पद के पार्टी में कार्य करेंगे।