चिकित्सक राष्ट्र की प्राण शक्ति हैं- अनिल आर्य
गाजियाबाद । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस” पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन कर चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया गया। गायत्री मंत्र व ईश्वर भक्ति के भजन के माध्यम से आचार्य महेन्द्र भाई ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि यह दिन संपूर्णं चिकित्सको के लिये सम्मान के दिन के रुप में मनाने का है, जो मरीजों के जीवन को बचाने में अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं। दुनिया मे ईश्वर और माता पिता के बाद किसी का सर्वाधिक सम्मान होता है तो वो चिकित्सक का होता है।चिकित्सक राष्ट्र का प्राण है।आज कोरोना काल में हम चिकित्सकों को कोरोना योद्धा के रूप में जान रहे है जो अपनी जान पर खेल कर लोगो की सेवा कर रहें है।
संयोजक सौरभ गुप्ता ने गोष्ठी का संचालन करते हुए कहा कि 1991 में भारत सरकार द्वारा डॉक्टर दिवस की स्थापना हुई थी।भारत के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिधान चन्द्र रॉय (डॉ.बी.सी. रॉय) जिन्होंने पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया उन्हें श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये इस दिन को उनकी जयंती के रूप में मनाया जाता है। प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने बताया कि उनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था।रॉय साहब ने अपनी डॉक्टर की डिग्री कलकत्ता व लंदन से पूरी की और भारत में एक चिकित्सक के रुप में अपने चिकित्सा जीवन की शुरुआत की।
श्रीमती प्रवीन आर्या ने हम होंगे कामयाब एक दिन के माध्यम से कोरोना योद्धाओं के लिए सम्मान व्यक्त किया। नरेन्द्र आर्य ‘सुमन’,संगीता आर्या, पुष्पा चुघ,किरण सहगल,राजश्री यादव आदि ने मधुर गीत सुनाये । ऑनलाइन गोष्ठी में डॉ आर के आर्य,यशोवीर आर्य,वीना वोहरा, आनन्द प्रकाश आर्य(हापुड़) , अभिमन्यु चावला,के एल राणा, देवेन्द्र भगत,अनिता आर्य,देवेन्द्र गुप्ता आदि उपस्थित रहे।