Dainik Athah

परखी गई ताकत- किसमें कितना है दम

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा के साथ ही भाजपा ने अब जिले के चारों ब्लाक प्रमुखों के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसी क्रम में हर दावेदार की ताकत भी परखी गई।
बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मंगलवार को भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बसंत त्यागी की पत्नी ममता त्यागी निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई। इसके कुछ देर बाद ही पार्टी ने जिले के मुरादनगर, रजापुर, लोनी एवं भोजपुर ब्लाक प्रमुख पदों के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज कर दी। इसी क्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं जिला प्रभारी सत्येंद्र शिशौदिया ने हर ब्लाक में दावेदारों की ताकत को तोला।

ब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए भाजपा कार्यालय पर रही दावेदारों की भीड़
– सभी दावेदार प्रमाण पत्रों के साथ मिले जिला- महानगर अध्यक्षों से


भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी ने मंगलवार की शाम पार्टी के नेहरू अपार्टमेंट स्थित पार्टी कार्यालय पर चारों ब्लाकों के टिकट दावेदारों को अलग अलग बुलाया। इसके साथ ही उनकी ताकत भी तोली गई। इसमें लोनी ब्लाक से वंदना पत्नी कोमल एवं रेणु पत्नी मनीष कसाना की ताकत को तोला गया। सूत्रों के अनुसार मनीष कसाना के भाई रजनीश कसाना इस दौरान पूरी तैयारी के साथ आये थे। उनके साथ जिला पंचायत सदस्य पति प्रदीप भी थे। उन्होंने दावा किया कि उनके पास अधिक संख्या में बीडीसी सदस्य है। दूसरी तरफ वंदना के पक्ष के लोगों ने दावा किया कि उनके पास अधिक वोट है। इसी प्रकार भोजपुर ब्लाक में विनोद वैशाली अपनी पत्नी सुधा के लिए पदाधिकारियों से मिले तथा प्रमाण पत्रों के आधार पर दावा किया कि उनके पास सर्वाधिक संख्या में बीडीसी सदस्यों का समर्थन है। विनोद वैशाली के साथ भाजपा के जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र चौधरी भी थे। इसके साथ ही सुचेता सिंह के पति आशीष चौधरी ने भी अपना दावा पेश करते हुए कहा कि उनके पास अधिक वोट है।


भाजपा सूत्रों के अनुसार मुरादनगर ब्लाक से केवल एक दावेदार राजीव त्यागी ने अपना पक्ष रखा साथ ही प्रमाण पत्रों के आधार पर दावा किया कि उनके पास जीत के लिए पर्याप्त संख्या में बीडीसी सदस्य है। राजीव त्यागी के साथ महानगर उपाध्यक्ष बोबी त्यागी भी थे। वहीं रजापुर ब्लाक से भी एक मात्र दावेदार राहुल चौधरी डैनी ने बताया कि उनके पास जीत के लिए जीतने सदस्यों की आवश्यकता है उससे 20 वोट अधिक है।
भाजपा सूत्रों की मानें तो इस मामले में पार्टी पदाधिकारी मंथन करने के बाद रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को भेजेंगे। दावेदारों की ताकत का परीक्षण होने के दौरान कार्यालय पर लोगों की भीड़ रही। लेकिन पदाधिकारियों ने हर दावेदार की ताकत परखने के बाद उन्हें कार्यालय से वापस भेज दिया।

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