– गाजियाबाद जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव
– भाजपा पूरे विपक्ष पर भारी: खेला होगा या नहीं कल तक इंतजार
– भाजपा के रणनीतिकार भी खुलकर बोलने बच रहे, विपक्ष का दावा आठ सदस्य एक साथ
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए शनिवार को नामांकन के साथ ही चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी। अभी तक सत्ता में होने के चलते भाजपा भारी नजर आ रही है। लेकिन विपक्ष के हौंसले बताते हैं कि वे भी कम नहीं। हालांकि विपक्ष का प्रत्याशी बदलने के कयास भी लगाये जा रहे हैं। शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन होने के बाद ही कुछ कुछ पर्दा हटने की उम्मीद है।
बता दें कि जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में मात्र दो वोट वाली भाजपा वर्तमान समय में विपक्ष के ऊपर भारी नजर आ रही है। लेकिन भाजपा जिस प्रकार जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बना रही है उसे देखकर लगता है कि पेंच अभी फंसा है। यहीं कारण है कि विपक्ष के साझा उम्मीदवार पक्ष के लोगों को डीएम को ज्ञापन सौंपकर गुहार लगानी पड़ी है कि भाजपा प्रत्याशी के पति समेत अन्य जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बना रही है।
भाजपा सूत्रों की मानें तो उनके रणनीतिकार जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही वे विपक्ष की प्रत्याशी के पति एवं धौलाना विधायक असलम चौधरी पर दबाव भी बना रहे हैं कि उनके ऊपर मुकदमों की लंबी फेहरिस्त है। इसका मकसद विधायक को दबाव में लेना है जिससे उनकी पत्नी नामांकन ही न भरें। यदि ऐसा हो गया तो भाजपा की जीत शनिवार को ही तय हो जायेगी। इसके लिए भाजपा साम, दाम, दंड, भेद सभी नीतियों का प्रयोग कर रही है। इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल एवं महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा कहते हैं कि भाजपा प्रत्याशी बेदाग है। जो भी जिला पंचायत सदस्य चुने गये वे राष्टÑवादी विचारधारा के हैं तथा जिले में विकास के लिए वे भाजपा के साथ है। दोनों का ही दावा है कि भाजपा की जीत निश्चित है। उन्होंने कहा हारने सामने देख भाजपा पर आरोप लगाना पुरानी परंपरा है।
विपक्ष के सूत्रों की मानें तो सपा के साथ ही रालोद के जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए किसी के मुकदमों की सूची तैयार हो रही है तो किसी के र्इंट के भट्ठे को तहस नहस करने की धमकी दी जा रही है। अन्य लोगों पर भी दबाव बनाया जा रहा है।
यदि नामांकन पत्रों की बात करें तो गुरुवार की शाम तक केवल सपा- रालोद प्रत्याशी नसीम बेगम ने चार सैट एवं भाजपा की ममता त्यागी ने दो सैट नामांकन के खरीदे हैं। यदि कोई तीसरा दावेदार सामने आता है तो वह शुक्रवार तक नामांकन पत्र अवश्य खरीदेगा। 26 जून को ही दोपहर तीन बजे तक नामांकन पत्र भरे जायेंगे।
– बसपा की चुप्पी विपक्ष पर पड़ रही भारी
इस मामले में नामांकन भरे जाने से दो दिन पहले तक भी बसपा चुप्पी साधे हैं। बसपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। सूत्रों की मानें तो वह चुनाव में तटस्थ रह सकती है। हालांकि सबकुछ मेरठ मंडल प्रभारी शमशुद्दीन राइन के हाथ में है। बसपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र जाटव स्पष्ट रूप से कहते हैं कि जब भी कोई निर्देश मिलेगा उसी के अनुरूप काम करेंगे। सूत्रों की मानें तो बसपा नसीम बेगम को समर्थन करेगी इसकी संभावना न के बराबर है। पहले तो वह सपा की प्रत्याशी है, दूसरे बसपा के बागी विधायक असलम चौधरी की पत्नी है।