- जी टी रोड को जोड़ा जायेगा एलीवेटिड रोड से
- रोप वे के माध्यम से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डा एवं हाई स्पीड ट्रैन को जोड़ा जायेगा
- अभियंताओं को काम करने दिखाना होगा, भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के नव नियुक्त उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है। वे गाजियाबाद की स्थिति से पूरी तरह से वाकिफ है। इसका कारण यह है कि वे मोदीनगर में एसडीएम के साथ ही गाजियाबाद में मुख्य विकास अधिकारी के पदों पर काम कर चुके हैं। तीक्ष्ण बुद्धि वाले कृष्णा करुणेश पड़ोसी जिले हापुड़ में जिलाधिकारी रह चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रिय जिले बलराम में भी जिलाधिकारी के पद पर कार्य कर चुके हैं। गोरखपुर के बाद मुख्यमंत्री का सबसे अधिक लगाव बलरामपुर से ही है। ऐसे में यह भी तय माना जाता है कि वे मुख्यमंत्री के प्रिय अधिकारियों में गिने जाते हैं।
कृष्णा करुणेश से दैनिक अथाह के संपादक अशोक ओझा ने विभिन्न मुद्दों पर बात की। प्रस्तुत है वार्ता के मुख्य बिंदु–
सवाल– गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के संबंध में कहा जाता है कि इस समय प्राधिकरण का खजाना खाली है। इसे किस प्रकार भरेंगे एवं कैसे विकास के काम होंगे?
जवाब– यह सही है कि प्राधिकरण के पास धन की कमी है। प्राधिकरण की अनिस्तारित संपत्तियों को बेचकर धन एकत्र किया जायेगा। इसी धन से प्राधिकरण क्षेत्र में विकास में तेजी लाई जायेगी।
सवाल– प्राधिकरण की झोली भरने के बाद आपका ध्यान मुख्य रूप से किन समस्याओं की तरफ है?
जवाब– गाजियाबाद में यातायात जाम एक प्रमुख समस्या है। जाम न लगे तथा वाहनों का आवागमन स्मूथ हो। इसके साथ ही एक योजना यह है कि हिंडन शमशान घाट के पास से जीटी रोड को एलीवेटिड रोड से जोड़ा जाये। इसका कारण यह है कि कोई भी व्यक्ति गाजियाबाद से एलीवेटिड रोड पर जाना चाहता है तो उसे राजनगर एक्सटेंशन की तरफ जाने एवं वापस आने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। हिंडन के पास से कनेक्टिविटी देने पर लोगों का समय एवं पेट्रोल दोनों की बचत होगी। इस संबंध में योजना बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दे दिये गये हैं।
सवाल– गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) का नाम आने पर लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं। जिले में प्राय यह देखा जा रहा है कि अवैध कालोनी ध्वस्तीकरण करने के नाम पर केवल गेट एवं दीवार गिराकर खानापूर्ति कर दी जाती है?
जवाब– इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि केवल खानापूर्ति नहीं होगी। जहां भी अवैध कालोनी विकसित की जा रही है वहां पर ध्वस्तीकरण ऐसा हो कि सभी को नजर आये इसके साथ ही इसकी फोटो एवं वीडियो बनाने होंगे। भ्रष्टाचार किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
सवाल– गाजियाबाद शहर के सभी भीतरी मार्गों पर हर समय जाम की स्थिति रहती है इस समस्या पर कैसे निजात पायेंगे?
जवाब– इस समस्या का निराकरण रोप वे से होगा। रोप वे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से बस अड्डा होते हुए हाई स्पीड ट्रैन के स्टेशनों को आपस में जोड़ेगा। रोप वे का निर्माण विश्व की सबसे बड़ी कंपनी करेगी। इसके ऊपर जीडीए का खर्च 25 फीसद होगा। पूरी योजना पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस रोप वे (एयर बस) की डीपीआर बनाने के निर्देश दे दिये गये हैं। यह बीओटी आधार पर चलेगा। अभी इस प्रकार की योजना शिमला एवं मुंबई में बनाई जा रही है। इसका क्षेत्र तीन किमी का होगा तथा हर एक मिनट में यह सुविधा लोगों को उपलब्ध होगी।
सवाल– जीडीए के अभियंताओं की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवाल उठते हैं तथा आरोप भी लगते हैं?
जवाब- अब ऐसा नहीं होगा। सभी को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिये गये हैं। यदि कोई शिकायत मिलती है तो संबंधित अधिकारी व अभियंता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं प्राधिकरण में आफिस टाइम में कोई भी व्यक्ति बेहिचक आकर मिल सकता है एवं अपनी बात रख सकता है।