नोएडा में कार्यक्रम के बाद मीडिया से बोले—एसआईआर के नाम पर एनआरसी लागू करने की साज़िश, यूपी में 5 करोड़ लोगों को फिर भरवाया जा रहा फ़ॉर्म
अथाह ब्यूरो,नोएडा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को नोएडा में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी नहीं, बल्कि राष्ट्रविवादी पार्टी है, जो हर जगह विवाद खड़ा करती है और समाज को आपस में लड़ाने का काम करती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ आज़ादी के आंदोलन का क्रांतिकारी गीत रहा है, जिसने सभी भारतीयों को एक सूत्र में पिरोया। यह नारा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और अन्य क्रांतिकारियों के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता रहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा षड्यंत्र के तहत एसआईआर के बहाने एनआरसी लागू कर रही है। उनके अनुसार एसआईआर में बड़ी संख्या में नाम छूट रहे हैं और उत्तर प्रदेश में करीब 5 करोड़ लोगों को दोबारा फ़ॉर्म भरना पड़ रहा है। बीएलओ को बिना प्रशिक्षण के काम में लगाया गया है और उन पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है।
अखिलेश ने दावा किया कि भाजपा अधिकारियों की मिलीभगत से समाजवादियों, पीडीए, गरीबों और किसानों के वोट कटवाने की रणनीति बना रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस कंपनी ने मैपिंग का ऐप बनाया है, उसी कंपनी ने भाजपा को बड़े पैमाने पर चुनावी चंदा दिया है।
घुसपैठियों पर पूछे सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर घुसपैठिए हैं तो 11 साल केंद्र और 9 साल यूपी पर राज कर रही भाजपा सरकार को इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि यह उनकी नाकामी है।
उन्होंने पीडीए परिवारों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके वोट नहीं बने तो भाजपा सरकार राशन कार्ड और आरक्षण तक रद्द कर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने महंगाई बढ़ाई, रुपये की कीमत घटाई और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने पीडीए को अपमानित किया, किसानों को धोखा दिया और युवाओं को रोजगार से वंचित रखा है—इसीलिए किसान, नौजवान और पीडीए भाजपा से नाराज़ हैं और चुनाव में भाजपा को इसका जवाब देंगे।
