- सीएम योगी के निर्देश पर खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों की भरपूर उपलब्धता
- एक ही दिन में 32,700 मीट्रिक टन यूरिया और 6,566 मीट्रिक टन डीएपी किसानों को उपलब्ध कराई गई
- 14.59 लाख मीट्रिक टन यूरिया और 5.63 लाख मीट्रिक टन फास्फेटिक उर्वरक जनपदों के गोदामों और रिटेल सेंटरों पर उपलब्ध हैं
- किसानों को धान और गन्ने की फसल के लिए मिल रहा पर्याप्त यूरिया-डीएपी
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। योगी सरकार ने खरीफ सीजन में किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यूरिया, डीएपी और एनपीके की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की है। प्रदेश में 08 जुलाई को अकेले एक दिन में 32,700 मीट्रिक टन यूरिया और 6,566 मीट्रिक टन डीएपी किसानों को उपलब्ध कराई गई। अभी भी 14.59 लाख मीट्रिक टन यूरिया और 5.63 लाख मीट्रिक टन फास्फेटिक उर्वरक जनपदों के गोदामों और रिटेल सेंटरों पर उपलब्ध हैं।
योगी सरकार ने उर्वरकों की ओवर रेटिंग या कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। शिकायतों के लिए 0522-2209650 नंबर जारी किया गया है। कहीं भी किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसानों से अपील : जरूरत के अनुसार ही खरीदें उर्वरक
किसानों से अनावश्यक उर्वरक भंडारण न करने की अपील की गई है। आलू, सरसों जैसी आगामी फसलों के लिए अभी से उर्वरक खरीदने की जरूरत नहीं है।
धान-गन्ने की खेती में तेजी
प्रदेश में इस साल 65 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अब तक 48 फीसदी (30.95 लाख हेक्टेयर) में रोपाई हो चुकी है। वहीं, मक्का, दलहन, तिलहन के साथ साथ श्री अन्न की बुवाई का काम भी जोरों पर है।
सहकारिता के रिटेल बिक्री प्वाइंट पर उर्वरक उपलब्धता
सहकारी केंद्र: 1.13 लाख मीट्रिक टन यूरिया (रिटेल), 1.89 लाख मीट्रिक टन (गोदाम)
डीएपी: 31,008 मी टन (रिटेल), 52,618 मी टन (गोदाम)
एनपीके: 16,743 मी टन (रिटेल), 36,643 मी टन (गोदाम)