– लगातार आश्वासनों से किसानों में प्रशासन के प्रति रोष
मोदीनगर। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे से प्रभावित किसानों ने एक बार फिर आंदोलन की तरफ कदम बढ़ा दिया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि मांगे न माने जाने पर पर वे दो जुलाई को फिर से निर्माण कार्यों को रोकेंगे।
रविवार को गांव में दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे को लेकर किसानों की पंचायत हुई। पंचायत की अध्यक्षता हाजी अल्ताफ ने की। पंचायत में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान, राष्ट्रीय लोक दल के नेता रणवीर दहिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राठी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉक्टर बबली गुर्जर, बसपा के वरिष्ठ नेता अनिल गौतम आदि ने अपने विचार रखे। पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एनएचएआई एवं प्रशासन के अधिकारियों ने अब तक किसानों का शोषण करने का काम किया है एवं किसानों को बार बार बैठाने का काम किया है।
किसानों ने कहा कि बार-बार किसानों को केवल आश्वासन ही मिलता है जिससे क्षेत्र के सभी किसानों में रोष है। इसके साथ ही निर्णय लिया गया कि आने वाली दो जुलाई को किसान हाईवे पर चल रहे कार्य को पूर्ण रूप से ठप कर देंगे। जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा जब तक किसान हाईवे से इस बार नहीं हटेगा ।हर बार की तरह झूठा आश्वासन मिलने से किसान परेशान हो चुका है। बबली गुर्जर ने कहा कि इस बार लड़ाई आर-पार की लड़ाई होगी। पंचायत में सभी गांवों के किसान मौजूद रहे जिनमें मुख्य रुप से सुभाष चौधरी, अमन सिंह, गजेंद्र प्रधान, ब्रजवीर, सुबोध त्यागी, अनिल चौधरी, नवाब, कलोता प्रधान भजन आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।