- लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अधिकारियों पर लगाया हत्या की साजिश का आरोप
- सपा- बसपा सरकार में भी कभी कलश यात्रा नहीं रोकी गई

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अधिकारियों पर उनकी हत्या की साजिश करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाये। उन्होंने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए कहा अधिकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुमराह कर रहे हैं।
शुक्रवार की दोपहर जिला मुख्यालय स्थित मीडिया सेंटर पर पहुंचकर पत्रकारों से वार्ता करते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि कलश यात्रा को पुलिस ने रोका जबकि उन्होंने परमिशन के लिए एसीपी और एसडीएम के यहां आवेदन दिया था। उन्होंने कहा कि एसडीएम के यहां से उनको परमिशन मिल चुकी थी किंतु उसके बाद भी कलश यात्रा को रोकने का काम किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुमराह करते हैं। क्योंकि उन्होंने गौ हत्या के बारे में पहले भी कहा है और गौ हत्या रोकने के लिए वे संघर्ष करते रहते हैं जबकि प्रदेश में बैठे अधिकारी गौ हत्या से पैसे कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गौ रक्षा पीठ के अध्यक्ष होने के बाद भी प्रदेश में गाय की हत्या हो रही है।
गुर्जर ने अपने पुराने आरोप दोहराते हुए अधिकारियों पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को प्रदेश में हराने के लिए षडयंत्र किया गया था जिसका पता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी है, उन्होंने कहा कि यह कौन लोग हैं जो प्रदेश के अंदर प्रधानमंत्री के खिलाफ काम कर रहे हैं। नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि समय आने पर इसके वह सबूत भी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सनातन धर्म की राह पर चलते हुए वे राम कथा लोनी में करवा रहे थे, जिसके लिए कलश यात्रा में 11000 से अधिक महिलाएं शामिल हुई थी किंतु पुलिस ने जबरन कलश यात्रा को रोकने का काम किया, जबकि बसपा और सपा का शासन में भी कभी कलश यात्रा को नहीं रोका गया।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह भी आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत झगड़ा करा के पुलिस दंगा कराना चाहती थी जिसमें उनकी हत्या की साजिश की गई थी। उन्होंने कहा कि उनका समाज और लोनी के लोग उनके साथ हैं। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर फटा कुर्ता पहने हुए प्रेस वार्ता में पहुंचे थे उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रकरण को संज्ञान में लेकर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं तब तक वें इसी हाल में रहेंगे तथा चप्पल भी नहीं पहनेंगी तथा अन्न भी ग्रहण नहीं करेंगे। राम कथा के समापन के बाद वे इसी हाल में लखनऊ जाएंगे।