- गोवा सरकार ने भूमि अधिग्रहण की घोषणा की
- परशुराम भूमि गोवा और राम जन्मभूमि अयोध्या के आध्यात्मिक संबंध होंगे और मजबूत
- श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में सुरक्षित और पवित्र आवास बनेगा
- विकास और विरासत का अद्भुत संगम
अथाह ब्यूरो
लखनऊ/पणजी। गोवा सरकार अयोध्या में गोवा राम निवास बनाएगी। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की घोषणा भी की है। यह विशेष रूप से गोवा के श्रद्धालुओं के लिए समर्पित होगा। जिससे श्रीरामलला विराजमान के दर्शन और आध्यात्मिक यात्रा में श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिलेगी। गोवा सरकार ने इस ऐतिहासिक परियोजना को साकार करने में सहयोग देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद का आभार व्यक्त किया है। गोवा राम निवास श्रद्धालुओं के लिए एक सुनिश्चित और पवित्र स्थान होगा, जहां वे आध्यात्मिक शांति का अनुभव कर सकेंगे।
राष्ट्रीय एकता को सशक्त करेगी यह पहल
गोवा को परशुराम भूमि कहा जाता है। इसका अयोध्या की राम जन्मभूमि से गहरा आध्यात्मिक संबंध है। यह परियोजना दोनों स्थानों के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक रिश्तों को और प्रगाढ़ करेगी तथा देशभर के श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ने का कार्य करेगी।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा गोवा राम निवास
विकास भी, विरासत भी के सिद्धांत को अपनाते हुए यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं को पूरा करेगी, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित रखेगी। गोवा सरकार ने कहा है कि भारत के समग्र विकास के साथ-साथ परंपराओं का संरक्षण भी आवश्यक है।
गोवा राम निवास के निर्माण कार्य को जल्द शुरू करने की तैयारी है। जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को एक पवित्र, शांतिपूर्ण और सुविधाजनक स्थान मिल सके। इस परियोजना को उच्च गुणवत्ता वाली आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। जिससे यह श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन सके।