Dainik Athah

एमएलसी दिनेश कुमार गोयल ने जर्जर काशीराम योजना के आवासों व चाइनीज मांझा की बिक्री पर प्रतिबंधित करने का विधान परिषद में उठाया मुद्दा

गाजियाबाद। विधान पररिषद सदस्य दिनेश कुमार गोयल एवं विजय बहादुर पाठक द्वारा विधान परिषद सदन में काशीराम योजना के तहत निर्मित आवासो जोकि जर्जर हो गए है वह रहने योग्य नहीं है के सम्बन्ध में आबाज उठायी।  उन्होने कहा कि पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार द्वारा काशीराम गरीब आवास योजना पूरे प्रदेश में सियासत की राजनीति के तहत आवासों का निर्माण तो कराया गया। लेकिन रखरखाव के अभाव में रहने योग्य ही नही है। इन आवासों के निर्माण में अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत से सही मुकाम तक नही पहुॅच पाए। गरीबों और असहायों को छत उपलब्ध कराने की पूर्ववर्ती सरकार की योजना धरी की धरी रह गई। इसलिए आवासों में लगे शासकीय धन को संरक्षित करने के लिए इन आवासों को नीलाम कर दिया जाए या फिर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही कराकर नए रूप से आवासों का निर्माण कराया जाए जिससे जहां एक और शासकीय धन का संरक्षण हो वही जान-माल की भी सुरक्षा हो सकें।साथ ही चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूर्णतयां प्रतिबंधित करने हेतु मांग की। उन्होने कहा कि इस भारत देश में मकर संक्रांति के त्यौहार पर पतंग उडाने की परंपरा है। प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के आस-पास चाइनीज मांझे की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होने के बाद भी बाजारों में बिकने लगता है। जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस प्रशासन चाइनीज मांझा बेचने वालों के यहां पर झापेमारी तो करती है इसके बाबजूद भी चोरी छुपे चाइनीज मांझे की बिक्री होती रहती है। चाइनीज मांझा जिसका वर्तमान में व्यापक रूप से पतंग उडाने मे प्रयोग किया जा रहा है न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि मानव जीवन और पशु-पक्षियों के लिए भी घातक हो गया है। इसलिए लोकमहत्व के इन मुख्य विषयों चाइनीज मांझे की क्रय और विक्रय पर पूरी तरह से कैसे प्रतिबंधित किया जाए एवं काशीराम योजना के तहत निर्मित आवासों के सम्बन्ध में वक्तव्य की मांग की गयी।

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