अथाह संवाददाता, गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस (Mewar Institute) के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ‘ई-सिम्पोजियम’ में वक्ताओं ने कहा कि नई शिक्षा नीति में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के अलावा व्यावसायिक रुचि को बढ़ावा देने का काम भी होना चाहिए।
तभी नई शिक्षा नीति के लागू करने का लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा और वे आत्मनिर्भर होकर देश के विकास में योगदान दे सकेंगे। नई शिक्षा नीति पर आयोजित ई-सिम्पोजियम में विद्यावती मुकुन्द लाल गल्र्स काॅलेज की मुख्य सहायक प्रोफेसर डाॅ. प्रेरणा शर्मा, कुमार मायावती गर्वमेंट
गल्र्स काॅलेज ग्रेटर नोएडा के सहायक प्रोफेसर डाॅ. संजीव कुमार, आरसीयू गर्वमेंट पीजी काॅलेज के सहायक प्रोफेसर डाॅ. पंकज पंत और स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डाॅ. अंजलि राज ने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किये।
मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस (Mewar Institute) की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने सभी अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया और नई शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पांच साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव लाये जाने का प्रावधान है लेकिन 34 सालों बाद नई शिक्षा नीति लाई जा रही है, जोकि एक सुखद संकेत है।
अंत में शिक्षा विभाग प्रभारी डाॅ. गीता रानी ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा पूर्वी जौहरी ने किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग का समस्त शिक्षण विभाग व विद्यार्थी आॅनलाइन मौजूद रहे।