- अध्यात्म और भारतीय संस्कृति संग देशभक्ति की त्रिवेणी में भी लगेगी डुबकी
- सांस्कृतिक महाकुम्भ के 11वें दिन बॉलीवुड सिंगर साधना सरगम गंगा पंडाल पर देंगी प्रस्तुति
- शास्त्रीय-उपशास्त्रीय विधा के कलाकारों की प्रस्तुति से आनंद गंगा में डुबकी लगाएंगे श्रोता
अथाह संवाददाता
महाकुम्भ नगर। योगी सरकार के नेतृत्व में महाकुम्भ-2025 में 16 जनवरी से ‘संस्कृति का महाकुम्भ’ प्रारंभ हो चुका है। इसके 11वें दिन गणतंत्र दिवस पर अध्यात्म व भारतीय संस्कृति के साथ देशभक्ति की त्रिवेणी में भी श्रोता डुबकी लगाएंगे। संस्कृति विभाग की तरफ से 26 जनवरी को भी चारों पंडाल (गंगा, यमुना, सरस्वती व त्रिवेणी) में प्रस्तुतियां होंगी। गंगा पंडाल पर मुख्य कार्यक्रम बॉलीवुड सिंगर साधना सरगम का होगा, जिनके गीतों का आनंद दर्शक उठाएंगे।
गणतंत्र दिवस पर होंगे विविध आयोजन
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर महाकुम्भ में देशभक्ति से जुड़े भी विविध आयोजन होंगे। एक तरफ जहां फरुआही, बिरहा, आल्हा के जरिए उत्तर प्रदेश की ग्रामीण संस्कृति से देश-विदेश के श्रद्धालु परिचित होंगे तो वहीं कुचुपुड़ी, वायलिन, शास्त्रीय गायन-वादन-नृत्य की आनंद गंगा में भी गोते लगाएंगे। गणतंत्र दिवस पर होने वाले आयोजन को अविस्मरणीय बनाने की तैयारी संस्कृति विभाग ने कर ली है।
गणतंत्र दिवस पर होने वाले मुख्य आयोजन
गंगा पंडाल: साधना सरगम- बॉलीवुड सिंगर, दीपिका रेड्डी (हैदराबाद)- कुचुपुड़ी, श्री कला रामनाथ (महाराष्ट्र)- वायलिन- संगीत अकादमी अवार्डी
त्रिवेणी पंडाल
स्नेहलता मिश्रा (दिल्ली)- शास्त्रीय/उपशास्त्रीय गायन, रविशंकर उपाध्याय (दिल्ली) – शास्त्रीय/उपशास्त्रीय वादन (पखावज वाद्यवृंद), कांतिका मिश्रा (लखनऊ) शास्त्रीय/उपशास्त्रीय नृत्य (कथक), आशुतोष पांडेय (कानपुर)- भजन
यमुना पंडाल
आभा-विभा चौरसिया (मध्य प्रदेश)- हिंदुस्तानी वोकल, सुश्री प्रिय वेंकटरामन (दिल्ली)-भरतनाट्यम, संदीप मलिक-कथक, राजन तिवारी (बनारस)- भजन, ओमकार नाथ अवस्थी (उन्नाव)- आल्हा, सुदर्शन यादव (चंदौली)- बिरहा, प्रतिमा यादव (अंबेडकरनगर)- अवधी गायन, रामहित (गोरखपुर)- फरुवाही, रजनीश (पीलीभीत) -थारू जनजाति
सरस्वती पंडाल
अशोक भांतिया (मुंबई)- माधव नाटक का मंच, मनोज यादव (लखनऊ)- भजन, अखिलेश मिश्र (लखनऊ)- भजन