अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। अवसर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सांसद डॉ आरके सिन्हा के नेतृत्व में अवसर ट्रस्ट के आईआईटी और एनआईटी उतीर्ण 21 मेधावी छात्रों ने आज राष्टÑपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने मेधावी बच्चों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि जिस तरह डॉ सिन्हा ने आपको दो साल पटना में रखकर आपके रहने, खाने और पढने की व्यवस्था की, आपका भी दायित्व बनता है कि आप भी आगे चलकर गरीब बच्चों को पढ़ाने और जीवन में आगे बढ़ने में मदद करें। सिर्फ सरकार के भरोसे रहने से समाज का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता। इसके लिए सरकार के साथ समाज को भी कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं जब झारखंड की राज्यपाल थी, तब से डॉ आरके सिन्हा को जानती हूं। सामाजिक कार्यों में और गरीबों की मदद करने में यह कभी पीछे नहीं रहे। इनका कार्य अनुकरणीय है।
उल्लेखनीय है कि अवसर ट्रस्ट आर्थिक रूप से गरीब बच्चों की शिक्षा तथा उनके रहने-खाने की व्यवस्था करता रहता है। अवसर ट्रस्ट से पढ़े सैकड़ों लोग आज उच्च पदों पर आसीन हैं। ट्रस्ट न सिर्फ बच्चों को किताबें सुलभ कराता है, बल्कि लैपटॉप और आगे की पढ़ाई में आर्थिक सहयोग देकर उन्हें काबिल बनाता रहा है। राष्टÑपति से मिलनेवालों में शुभम कृष्ण, दिव्या कुमारी, काजल कुमारी, आदित्य रंजन, अभिषेक सिन्हा, आशुतोष सिन्हा, नितीश कुमार, नीरज कुमार, कुणाल शर्मा, विशाखा कुमारी, शिवम कुमार, आर्यन कुमार, आशीष कुमार, रुचिका, अभय, अभिनव, संदीप कुमार, ज्ञान प्रकाश, पिंटू वर्णवाल शामिल हैं।
शुभम कृष्ण की माता मिथिला मिथिला पेंटिंग से अपना खर्च चलाती हैं। उनके पास अपना घर भी नहीं है। पिंटू के पिताजी मोमबत्ती बेचकर घर चलाते हैं। नितीश और नीरज के पिता की रेडियो मरम्मत की दुकान है। आदित्य के पिता मजदूरी करते हैं तो अभिषेक और आशुतोष के पिता निजी स्कूल में 8 हजार वेतन पर पढ़ाते हैं। यही कहानी कमोवेश अवसर ट्रस्ट के सभी बच्चों की है।
राष्ट्रपति से मिलनेवाले प्रतिनिधिमंडल में अवसर ट्रस्ट के निदेशक रजनीकांत सिन्हा और रत्ना सिन्हा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुरंजन श्रीवास्तव और राहुल कुदेशिया भी शामिल थे।