Dainik Athah

महानगर चुनाव अधिकारी के समक्ष उभरी पदाधिकारियों की नाराजगी

  • भाजपा का संगठन चुनाव पर्व कहीं न बन जाये सिर फुटोव्वल का कारण
  • संगठन चुनाव में सभी को समान रूप से जिम्मेदारी न देने का लगा आरोप
  • चुनाव अधिकारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा नियमों के तहत ही होंगे संगठन चुनाव

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। पूरे प्रदेश ही नहीं देशभर में इस समय भाजपा कार्यकर्ता संगठन चुनाव में पूरी तरह से व्यस्त हो चुके हैं। जिलों के चुनाव अधिकारी बैठकें भी कर चुके हैं, बावजूद इसके पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की नाराजगी सामने आ रही है। हालांकि चुनाव अधिकारी कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं कि नियमों के अनुसार ही चुनाव संपन्न होंगे।

संगठन चुनाव के दौरान मंडलन अध्यक्ष पदों के दावेदारों के साथ ही जिला और महानगर अध्यक्ष पदों के दावेदारों ने संगठन चुनावों को लेकर अपनी अपनी गोटियां बैठानी शुरू कर दी है। इसके तहत ही सहायक जिला चुनाव अधिकारियों के साथ ही मंडल अध्यक्षों के चुनाव अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। इसको लेकर गाजियाबाद जिले में तो नहीं, लेकिन महानगर में कार्यकर्ताओं की नाराजगी के सुर उभरने लगे हैं। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को जिला चुनाव अधिकारी एवं पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के समक्ष कार्यकर्ताओं की नाराजगी जमकर उभरी।

सूत्रों की मानें तो बैठक में हाशिये पर चल रहे पदाधिकारियों ने अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया। उन्होंने संगठन पर्व यानि चुनाव के लिए दी गई जिम्मेदारियों को लेकर जमकर सवाल उठाये। इतना ही नहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने सिद्धार्थ नाथ सिंह से अलग से बात उनके समक्ष अपने दर्द का इजहार भी खुलकर किया। उन्होंने बताया कि संगठन चुनाव में केवल मुंह देखकर तिलक किया गया है। जिन लोगों को विरोधी माना जाता है उन्हें जिम्मेदारी देने से परहेज किया गया है। इस पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भरोसा दिया कि जो हो गया सो हो गया, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सभी को अवसर प्रदान किया जायेगा।

सूत्र बताते हैं कि सिद्घार्थ नाथ सिंह ने कहा कि वे संगठन द्वारा तय किये गये नियमों के तहत ही चुनाव करायेंगे और इससे अलग नहीं जायेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। इसके बाद सभी को शक्ति केंद्रों के चुनाव अधिकारियों की सूची का है।

आखिर क्यों नहीं बन सकी मंडलवार सक्रिय एवं प्राथमिक सदस्यों की सूची
वहीं, गाजियाबाद जिले की बात की जाये तो जिले में चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर कोई विवाद नजर नहीं आ रहा। इतना अवश्य है कि सदस्यों एवं सक्रिय सदस्यों की मंडलवार सूचियों को लेकर अवश्य सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके साथ ही मंडल स्तर की बैठकों में कार्यकर्ता अपनी नाराजगी का इजहार कर रहे हैं। खासकर गन्ना बैल्ट में गन्ना सहकारी समिति के चुनाव को लेकर सवाल खड़े हुए। अब चूंकि मंडल अध्यक्षों के चुनाव होने हैं इसके लिए जिलाध्यक्ष के दावेदारों ने भी संभावित मंडल अध्यक्षों को लेकर पार्टी के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को मनाना शुरू कर दिया है।


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