Dainik Athah

गाजियाबाद शहर की पुरानी धरोहर दिल्ली गेट व डासना गेट का सौन्दर्गीकरण हो: दिनेश कुमार गोयल

दिनेश कुमार गोयल सदस्य विधान परिषद द्वारा सदन में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की

दिनेश कुमार गोयल एवं विजय बहादुर पाठक ने कहा सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही बिजली की लाइनें भी शिफ्ट हो

एमएलसी दिनेश कुमार गोयल ने खोड़ा कालोनी में पानी की समस्या उठाई, कहा लोगों में पानी न मिलने से रोष



अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
विधान परिषद सदस्य दिनेश कुमार गोयल एवं विजय बहादुर पाठक ने विधान परिषद के सत्र के दौरान जहां अनेक मुद्दे उठाये वहीं उन्होंने गाजियाबाद शहर में स्थित पुरानी धरोहर दिल्ली गेट व डासना गेट का सौन्दर्गीकरण का मुद्दा भी उठाया।
गोयल एवं पाठक ने कहा राज्य के विकास के आधार को ढांचे के कायाकल्प में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरन्तर सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण की स्वीकृतियों दे रहे हैं। बड़े पैमाने पर राज्य के अधिकांश जनपदों में सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा सहज स्वभाविक है कि जब ये सड़के चौड़ी होती है तो मार्ग में विद्युत पोल भी आते हैं। जिन्हें आवश्यकता अनुरूप शिफ्ट भी किया जाता है। प्राय: यह देखने में आ रहा है कि वर्किंग प्लान बनाया जाता है तो सड़के चौड़ी हो जाती है जबकि बीच बीच में बिजली के पोल खड़े रह जाते हैं जो दुर्घटनाओं को दावत देते है। लखनऊ शहर में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं किन्तु कई स्थानों पर इस तरह की स्थिति देखने को मिली। विभागीय समन्वय के अभाव में डिवाइडर पर भी कई स्थानों पर पोल पाये गये।
इसके साथ ही विजय बहादुर पाठक ने मुद्दा उठाया कि आजमगढ़ में जिलाधिकारी कार्यालय के समीप, भवरनाथ बाईपास पर ऐसे कई विद्युत पोल हैं जो दुघर्टनाओं को दावत देते दिख जायेंगे कमोवेश यह स्थिति प्रदेश भर में हो रहे निर्माण कार्यों में मिल जा रही है। विभागीय समन्वय के अभाव में ये स्थितियां उत्पन्न हो रही है। जबकि सामान्य तौर पर जहां भी चौड़करण के कार्य स्वीकृत होते है वहां पोल सिफ्टिंग के लिए आवश्यक धनराशि का बजटीय प्रावधान है लेकिन सुनिश्चित वर्किंग प्लान न होने के कारण ये स्थितियां उत्पन्न हो रहीं हैं। कार्य स्वीकृत करते समय प्रथम चरण में पोल सिफ्टिंग का कार्य पहले किये जायें ताकि इस तरह की स्थितियां उत्पन्न न हों।
इसके साथ ही दिनेश कुमार गोयल एवं विजय बहादुर पाठक ने कहा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में निरन्तर एंव जनकल्याणकारी प्रयासों से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा मिली है। आयुष्मान भारत योजना का प्रभावी कियान्वयन, नए चिकित्सालयों की स्थपना, प्राथमिक एंव ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार एंव प्रदेश में महामरी की चुनौतीपूर्ण समय में सशक्त प्रबंधन ये सभी उपलब्धियों दूरदर्शी नीति को दशार्ती है। इन उपलब्धियों की जमीनी सफलता राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत कार्यरत हजारों कर्मचारियों के परिश्रम और निष्ठा से ही सम्भव हो पाई है। किन्तु एनएचएम के अन्तर्गत कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य निधि सेवा के दौरान भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। वर्तमान समय में लगभग डेढ़ लाख एनएचएम कर्मचारी विभिन्न पदों पर वर्षों से कार्यरत है किन्तु उन्हें एंव ग्रेच्युटी से संबंधित प्रावधानों का एकरूप से प्रभावी कियान्वयन नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण एनएचएम के कर्मचारियों एंव उनके परिजनों को वैधानिक लाभ प्राप्त नही हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में विशेष रूप से सेवा काल के दौरान दिवंगत हा चुके कर्मचारियों के परिवार आज भी ग्रेच्युटी से वंचित है। जिसके कारण एनएचएम में तैनात कर्मचारी एंव उनके परिवारों में काफी रोष एंव आकोश व्याप्त है। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में कार्यरत कर्मचारियों एंव विभाग में दिवंगत हुये कर्मचारियों के परिवारों का भविष्य निधि एंव ग्रेच्युटी का भुगतान कराये जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई की मांग की।
दिनेश कुमार गोयल ने गाजियाबाद शहर में स्थित पुरानी धरोहर दिल्ली गेट व डासना गेट का सौन्दर्गीकरण किये जाने की ओर आकृर्षित करते हुए कहा गाजियाबाद पुराना शहर पुरानी धरोहर के चार दरवाजों के अन्दर है, जिसका मुख्य द्वार जवाहर गेट दिल्ली और सिहानी गेट है। जवाहर गेट जिसको वर्तमान समय में घंटाघर भी कहा जाता है। किन्तु इसका सौन्दर्याकरण तो गाजियाबाद विकास प्राकिरण द्वारा कर दिया गया हैं, परन्तु दिल्ली गेट एंव डासना गेट जो दो द्वार है, वर्तमान में वह भी काफी क्षतिग्रस्त तथा खस्ता हालत में है। जिसके कारण उक्त दोनों पुराने धरोहर अपना अस्तित्व खो रहे है। गाजियाबाद शहर की पुरानी धरोहर दिल्ली गेट व डासना गेट को बचाये जाने एंव उसका सौन्दर्गीकरण कराये जाने हेतु क्षेत्रीय जनता द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण गाजियाबाद से कई बार प्रयास किया गया किन्तु उसका सौन्दर्याकरण अभी तक न कराया गया जिसके कारण गाजियाबाद शहर की जनता में काफी रोष एवं आकोश व्याप्त है जनपद-गाजियाबाद शहर में स्थित पुरानी धरोहर दिल्ली गेट व डासना गेट का सौन्दर्गीकरण कराया जाए।
खोड़ा कालोनी में की पानी की समस्या उठाते हुए दिनेश कुमार गोयल ने कहा खोड़ा कालोनी गाजियाबाद की एक महत्वपूर्ण आवासीय परिसर है। जिसमें 12 लाख की आबादी निवास करती है। उस कालोनी में रह रहे 12 लाख की एक बड़ी आबादी के उपयोग के लिए टैंकरों से सप्लाई दी जा रही है, जिन टैंकरों को लगाया गया है वो पर्याप्त संख्या में नहीं है और उनमें कई की हालत भी जर्जर है यही नहीं नियमित भी व्यवस्था नहीं हो पायी है कि वे आयेंगे ही आयेंगे। पानी जीवन में प्राथमिकता के आधार पर महत्व रखता है। बिना पानी जीवन जीना दुर्लभ है। इसलिए जनहित में पानी की समस्या का समाधान कराया जाना अति आवश्यक है। खोड़ा कालोनी पानी के लिए तरस रही है। जनपद-गाजियाबाद के अन्तर्गत खोड़ा कालोनी में हो रहे पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की।


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