अथाह ब्यूरो,नई दिल्ली। LAC लद्दाख में करीब 5 महीने से जारी तनाव के बीच सेना ने सर्दी के लंबे मौसम में भी मोर्चा संभालने की तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। पूर्वी लद्दाख में सर्दियों के दौरान चीन की किसी भी हरकत से निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है।
चीन के साथ जारी तनाव के बीच चुमार-डोमेचोक इलाके में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास आर्मर्ड रेजीमेंट के टी-90 और टी-72 टैंकों की तैनाती की है। इसके अलावा बीएमपी-2 कॉम्बैट व्हीकल भी भेजे गए हैं। ये टैंक माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पर काम करने में सक्षम हैं।
यह युद्धक टैंक 14 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर चुमार-डेमचोक एरिया में तैनात किए गए हैं। इसे टैंकों के लिहाज से दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र कहा जाता है।
टी-90 को दुनिया के सबसे अचूक टैंक में एक है। एक मिनट में आठ गोले दागने के साथ-साथ यह टैंक हथियारों से भी निपट सकता है। एक हजार हार्स पावर इंजन की क्षमता वाला यह रात में भी लड़ सकता है। इसकी खासियत यह है कि ये 72 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ सकता है।