- यूपी के सीबीजी मॉडल के मुरीद हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश की उपलब्धि पर जाहिर की खुशी
- नई दिल्ली में आयोजित इन्डिया बायो एनर्जी एवं टेक एक्पो-2024 में नितिन गडकरी ने यूपीनेडा के स्टाल का किया अवलोकन
- यूपीनेडा के स्टाल पर प्रदर्शित कम्प्रेस्ड बायोगैस उत्पादन तथा बायो ऊर्जा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की भी सराहना की
- कहा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सीबीजी के साथ ही अतिरिक्त ऊर्जा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा
अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली/लखनऊ। कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) उत्पादन के क्षेत्र में देश में पहले स्थान पर कायम उत्तर प्रदेश की इस उपलब्धि पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को योगी सरकार की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने भरोसा जताया की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सीबीजी के साथ ही अतिरिक्त ऊर्जा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राज्य मार्ग मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को राजधानी दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि कन्वेन्शन सेन्टर में आयोजित इन्डिया बायो एनर्जी एवं टेक एक्पो-2024 का शुभारंभ करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपिनेडा) के स्टाल का भी अवलोकन किया।
सीएनजी आधारित ट्रेक्टर के लिए दिया सुझाव
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद यूपीनेडा के स्टाल पर भी पहुंचे। यहां पर प्रमुख सचिव, ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा नरेन्द्र भूषण ने उनका स्वागत किया। नितिन गडकरी को जब बताया गया कि कम्प्रेस्ड बायोगैस उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पूरे भारत वर्ष में सर्वप्रथम है, तो वह बहुत प्रभावित नजर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपीनेडा के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने यूपीनेडा के स्टाल एवं प्रर्दशित कम्प्रेस्ड बायोगैस उत्पादन तथा बायो ऊर्जा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की भी सराहना की। इस दौरान नितिन गडकरी द्वारा महेन्द्रा मोटर्स से संपर्क कर सीएनजी आधारित ट्रेक्टर हेतु नीति निर्धारण के लिए सुझाव भी दिया। प्रमुख सचिव, ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा नरेन्द्र भूषण द्वारा भारत एवं विश्व में बायो ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य कर रहे विकासकतार्ओं के समक्ष उत्तर प्रदेश जैव ऊर्जा नीति-2022 की विशेषताओं एवं दिए जाने वाले प्रोत्साहन के साथ-साथ बायो ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों से अवगत कराया गया तथा उद्यमियों को उत्तर प्रदेश में इस क्षेत्र में अधिकाधिक निवेश किए जाने हेतु आमंत्रित किया गया।