एआरटीओ ने जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह को सौंपा पत्र
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। शासन स्तर से सख्ती के बाद आरटीओ के तमाम प्रयास किए गए, लेकिन फिर भी जिले में 127 अनफिट स्कूली बसें दौड़ रही हैं। यह बात खुद आरटीओ ने जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह को सौंपे पत्र में कही है। इतना नहीं आरटीओ ने डीएम को अनफिट बसों की सूची स्कूल के नाम के साथ दी है। इस सूची में अन्य स्कूलों के साथ जीडी गोयनका, सेठ अनंत राम जयपुरिया, सेंट थॉमस्र सेंट टेरेसा, खेतान, डीपीएस वेव सिटी के यशोदा हॉस्पिटल-नेहरू नगर जैसे नाम भी शामिल हैं। आरटीओ ने डीएम से दर्खास्त की है कि बच्चों की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में बीएसए और डीआईओएस को सख्ती करने के आदेश दें, स्कूल नहीं मानते तो उनकी मान्यता रद्द कराई जाए।
11 तारीख को चीफ सेक्रेटरी करेंगे समीक्षा: अधिकारियों में स्कूली बसों की फिटनेस को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल 11 अगस्त को चीफ सेक्रेटर मनोज कुमार सिंह इस मामले में समीक्षा बैठक लेंगे। जिले में सड़कों पर इतनी सारी स्कूली बसें सड़कों पर दौड़ने के चलते अधिकारियों को अब कंपकंपी लग गई है। उनके सामने बड़ी समस्या यह है कि चीफ सेक्रेटरी को क्या जवाब देंगे। आरटीओ ने डीएम को लिखे पत्र में कहा है नोटिस के बाद प्रवर्तन विभाग ने सभी बसों की फिटनेस प्राप्त करने के लिए स्कूल प्रबंधन से संपर्क किया गया। इसके अलावा थानेवार भी सभी स्कूलों के प्रबंधन को फिटनेस कराने के लिए प्रेरित किया गया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
बार-बार नोटिस के बाद भी फिटनेस न कराने पर मान्यता रद्द कराएं: आरटीओ (प्रवर्तन) केडी सिंह ने पत्र में डीएम से दर्खास्त की है कि बार-बार नोटिस दिए जाने के बाद भी फिटनेस न कराने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द कराई जाए। उन्होंने जनपद वासियों से अपील की है कि अनफिट बसों में अपने बच्चों को स्कूल न भेजें। अनफिट बस के दुर्घटनाग्रस्त होनेआशंका इंकार नहीं किया जा सकता। संबंधित बस की फिटनेस न होने की स्थिति में आटीओ के पोर्टल पर जाकर शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।