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पर्यावरण संरक्षण के लिए पांच लाख पौधे लगाए जाएंगे : साध्वी सरिता गिरि

  • सोनभद्र में बनेगा मां त्रिपुर सुंदरी का भव्य मंदिर- हैडिंग


अथाह ब्यूरो, नई दिल्ली। विश्व हिन्दू महासंघ भारत की राष्ट्रीय धमार्चार्य धर्म प्रचारक साध्वी सरिता गिरि ने घोषणा की है कि वे सोनभद्र में मां त्रिपुर सुंदरी का भव्य मंदिर बनवाएंगी। जल्दी ही भूमि का चयन कर इसका निर्माण कार्य शुरू होगा और इसमें जनसहयोग भी लिया जाएगा।
सरिता धाम ट्रस्ट सोनभद्र की अध्यक्ष साध्वी ने एक भेंट में कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के कुप्रभाव से नई पीढ़ियां संस्कारों को भूलती जा रही हैं। वे माता- पिता की अनदेखी कर रही हैं। उनका सरिता धाम ट्रस्ट किशोरों व युवाओं में सनातन संस्कारों का पुनर्जागरण कर उन्हें माता-पिता के प्रति आदर भाव सिखाएगा। जीवन में मां का बहुत महत्व है। वह जननी है, पालन करने वाली है और अपने बच्चों को संस्कार और शिक्षा देती है।
ट्रस्ट पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक करेगा। साध्वी ने बताया कि आमजन को जागरूक करने के लिए उन्होंने पांच लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया है। लीज पर जमीन लेकर प्रथम चरण में दो लाख पौधे लगाए जाएंगे। पौधरोपण का यह अहम कार्य जुलाई के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ किया जाएगा। मंदिर परिसर में औषधीय और फलदार पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गत माह उत्तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा। कई स्थानों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक पहुंचा। यह सब निरंतर घट रहे वृक्षों के कारण है। पेड़ पौधों से सिर्फ आक्सीजन ही नहीं मिलती बल्कि वे भूमि कटाव, जल संरक्षण और तापमान को भी कम करने में सहायक हैं। इसलिए सनातन संस्कृति में पेड़-पौधों की पूजा की जाती रही है। अब लोगों को समझना होगा कि जीवन में वृक्ष क्यों अहम हैं।
उन्होंने बताया कि पेड़ों का कटान कम हो इस दिशा में भी उनके ट्रस्ट ने कार्ययोजना बनाई है। गाय के गोबर से लकड़ी बनाई जाएगी और उसका प्रयोग शवों के दाह संस्कार में किया जाएगा। गोबर की इन लकड़ियों की कीमत काफी कम रखी जाएगी। इससे दाह संस्कार के खर्च में कभी आएगी और पेड़ की बचेंगे। साध्वी सरिता गिरि ने बताया मां त्रिपुर सुंदरी के मंदिर में चैरिटेबल डिस्पेंसरी भी खोली जाएगी। उसमें सिर्फ 10 रुपये में दवा दी जाएगी। गो संरक्षण और संवर्धन के लिए भी ट्रस्ट कार्य करेगा। साध्वी ने कहा कि जल व वायु के साथ मनुष्य के विचार एवं आहार-विहार शुद्ध होने चाहिए अन्यथा ये बुद्धि, विवेक, मन व तन को बिगाड़ देते हैं।
उन्होंने बताया कि वह कई अन्य संस्थाओं से भी जुड़ी हुई हैं। कथा वाचिका के साथ वे ब्राह्मण समाज उत्थान की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। सरिता धाम ट्रस्ट की चेयरपर्सन, राष्ट्रीय हिन्दू वाहिनी संगठन के संत प्रकोष्ठ की उत्तर प्रदेश की महामंत्री, श्री राम राज्य संकल्पना ट्रस्ट की उत्तर प्रदेश सह संयोजिका और भारत तिब्बत सहयोग मंच की जिलाध्यक्ष हैं।


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