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पौधे लगाने के साथ ही उसे सुरक्षित रखना भी हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी विभिन्न थीम के तहत होगा वृक्षारोपण: डा. अरूण कुमार सक्सेना

  • पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओं जन अभियान-2024 के तहत 35 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य
  • वृक्षारोपण 2024 के अन्तर्गत शक्ति वन, बाल वन, युवा वन के साथ ही कुल देवता वन की स्थापना तथा मंदिरों में पौधों का प्रसाद के रूप में होगा वितरण

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन व जन्तु उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. अरूण कुमार सक्सेना ने मंगलवार को वन विभाग मुख्यालय स्थित पारिजात सभागार में पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओं जन अभियान-2024 की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि के वषार्काल में प्रदेश में जन सामान्य के सहयोग से वन भूमि, सामुदायिक भूमि व अन्य राजकीय भूमि, कृषि एवं अन्य निजी भूमि पर वृहद स्तर पर रोपण किया जाये। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश की हरित आवरण में वृद्धि, पर्याप्त वर्षा जल संचयनए कार्बन अवशोषण, शुद्ध हवा, उपजाऊ मिट्टी व स्वच्छ जल की प्राप्ति एवं प्रदेश के कृषकों की आय में वृद्धि होगी। डा. सक्सेना ने स्पष्ट निर्देश दिया कि वृक्षारोपण अभियान 2024 में प्रदेश का पौधारोपण लक्ष्य 35 करोड़ है जिसमें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का लक्ष्य 14 करोड़ तथा अन्य 25 विभागों का लक्ष्य 21 करोड़ है, जिसे प्रत्येक दशा में पूर्ण करना संबंधित विभागां की जिम्मेदारी है।

डा. सक्सेना ने कहा कि पौधे लगाने के साथ ही उसे सुरक्षित रखना भी हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जो जन सहभागिता से ही संभव है। साथ ही उन्होंने पांच दिन के अंदर पिछले वर्ष में हुए वृक्षारोपण की वर्तमान स्थिति से अवगत कराने हेतु संबंधित अधिकारियों तथा संस्थाओं के प्रमुखों को निर्देश दिए।

बैठक में उच्च शिक्षा विभाग की राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि पौधों को लगाने के साथ ही उसे जीवित रखने का लक्ष्य भी तय करना संबंधित विभागों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पौधों को मानव से भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि पौधों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें बाउंड्री तथा ट्री गार्ड के अंदर अवश्य लगायें। उन्होंने कहा मनुष्यों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में वृक्ष लगाना अति आवश्यक है।

अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने बताया कि इस अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग-12.43 लाख, उच्च शिक्षा विभाग-18.54 लाख, माध्यमिक शिक्षा विभाग- 7.63 लाख, प्राविधिक शिक्षा विभाग- 5.06 लाख, रेल विभाग- 12.66 लाख तथा रक्षा विभाग को 4.95 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष वेटलैण्ड संरक्षण वन, विरासत वृक्ष वाटिका, मित्र वन, बाल पौध रोपण भण्डारा थीम के तहत 35 करोड़ पौधों का रोपण किया जायेगा। सिंह ने बताया कि वन विभाग, उद्यान विभाग, रेशम विभाग तथा निजी पौधशालाओं में कुल 54.20 करोड़ पौध उपलब्ध है। पौधों में मुख्य रूप से नीम, सहजन, आंवला, इमली, अर्जुन, जामुन, बेल, देशी आम, महुआ, सागौन, शीशम, गुटेल, बांस, पीपल, पाकड़, बरगद आदि हैं तथा ग्राफ्टेड पौध में आम, अमरूद, नींबू व मालाबार नीम के पौधों को उगाया गया है।
वृक्षारोपण 2024 की विशिष्ट गतिविधियों में शक्ति वन, बाल वन, युवा वन के साथ ही कुल देवता वन की स्थापना तथा मंदिरों में पौधों का प्रसाद के रूप में वितरण होगा। इसके साथ ही नदियों के कैचमेंट में पवित्र धारा वृक्षारोपण तथा रक्षाबंधन के अवसर पर भाई-बहन द्वारा वृक्षारोपण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विरासत वृक्ष प्रजातियों के पौधों की रथ-यात्रा का भव्य आयोजन होगा व बाल पौध रोपण भण्डारा का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।

विशेष सचिव बेसिक शिक्षा अवधेश तिवारी ने बताया कि विभाग में वृक्षारोपण के लिए प्रत्येक जनपद में नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये गये हैं तथा उन्हें निर्देशित कर दिया गया है कि पौधरोपित करने से पूर्व उनकी सुरक्षा का पूर्ण इंतजाम कर लिया जाये। समीक्षा बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा सहित वन विभाग के अधिकारियों समेत बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, रेल, रक्षा व होमगार्ड विभाग तथा विभिन्न संस्थाएं यथा बैकिंग संस्थाएं स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया, इण्डियन बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक, बैंक आॅफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


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