Dainik Athah

चुनाव में एक बार फिर मुद्दा बना योगी का सुशासन

  • शीर्ष नेतृत्व से लेकर आम जनता तक है मुरीद

अथाह ब्यूरो, लखनऊ। कहां से हैं। शाहजहांपुर से। चुनाव का क्या माहौल है। जवाब। बाबा का शासन शासन शानदार है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन का सबूत है साथ ही सात साल पहले की सबसे बड़ी चुनौती कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सबसे बड़ी जीत भी। उत्तर प्रदेश के चुनावों में यह सबसे बड़ा और निर्णायक मुद्दा भी। खासकर महिलाओं में।
इसकी तस्दीक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के सभी बड़े नेता अपने चुनावी सभाओं में लगातार कर रहे हैं। मसलन हाल की अपनी चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, योगी जी गर्मी उतारने में एक्सपर्ट हैं। बेहतर कानून व्यवस्था से उन्होंने मौसम और माहौल दोनों को बदल दिया। समाजवादी सरकार में जनता कांपती थी अब माफिया और अपराधी थर थर कांप रहे हैं। अब माफिया को मौज खत्म हो गई है। उनके महलों पर गरीबों के घर बन रहे।
दरअसल यह पहली बार नहीं है जब बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहतर कानून व्यवस्था की तारीफ हुई है। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और निजी स्तर पर माफियाओं से पीड़ित परिवारों ने इसकी तारीफ की और कानून व्यवस्था के प्रतीक बन चुके बुलडोजर को अपने त्राता और सुरक्षा कवच के रूप में देखा। यह भी कहा कि अगर योगी का राज होता तो ऐसा करने का कोई दुस्साहस नहीं कर पाता।
सदन हो सड़क या चुनावी सभाएं, योगी आदित्यनाथ भी पूरी साफगोई से प्रतीकों में या दो टूक शब्दों में कहते रहे हैं कि उनके रहते माफिया और अपराधियों की खैर नहीं। अभी हाल में ही अपनी एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा, ‘हम राम भक्त हैं, निशाचरों और पापियों के नाश के बिना चैन नहीं लूंगा। एक अन्य सभा में उन्होंने ऐसे तत्त्वों और उनको पनाह देने वाले तत्त्वों को ललकारते हुए कहा, कभी कानून को ठेंगा दिखाने वाले आज बहू, बेटियों और व्यापारियों की ओर आंख उठाकर देखने का दुस्साहस नहीं कर सकते। अगर किए तो अगले चौराहे पर यमराज उनका इंतजार करते मिलेंगे। यह भी कहा जो माफिया कभी कानून की धज्जियां उड़ाते थे अब बुलडोजर उनकी छाती को रौंदता है। उनकी इस सफगोगोई की जनता कायल है। राजनीति से इतर बात करें तो जिसने भी सपा शासन काल की अराजकता और आए दिन होने वाले देंगे देखे हैं वह योगी आदित्यनाथ के सुशासन का कायल है।
इसी का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव कोई भी हो। कानून व्यवस्था खुद बखुद बड़ा और निर्णायक मुद्दा बन जाता है। क्योंकि विकास की बुनियाद भी यही होती है। इस बुनियाद पर सात साल में विकास के जो अभूतपूर्व काम हुए उनकी भी चर्चा हो जाती।
मसलन पिछले महीन अलीगढ़ की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था, मैं काशी से सांसद हूं। इसलिए योगी मेरे भी मुख्यमंत्री हैं। मुझे गर्व है कि वे मेरे साथी हैं वे विकास पुरुष हैं। उन्होंने प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई दी। उनकी सरकार में किसी अपराधी की हिम्मत नहीं कि वह नागरिकों का अमन चैन बिगाड़ सके।

2022 के विधानसभा चुनावों में भी शीर्ष नेतृत्व ने योगी के कानून व्यवस्था को सराहा था
इसके पहले 2022 में हुए उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में भी योगी के कामकाज, खासकर कानून व्यवस्था के बाबत उनके द्वारा उठाए गए कदम, विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए सिस्टम को तेज करते हुए उसे पारदर्शी बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सहित सभी शीर्ष नेताओं ने योगी की तारीफ की थी। मसलन कुशीनगर में पीएम मोदी ने कहा था, ‘योगी के नेतृत्व में यूपी में ऐसी सरकार है जिससे माफिया माफी मांगता फिर रहा है। इसका दर्द उनको संरक्षण देने वालों को हो रहा है। यह सरकार भू माफिया के मंसूबों को ध्वस्त कर रही है जो पहले गरीबों वंचितों शोषित और पिछड़ों की जमीन पर कब्जा करते थे। जब कानून का राज होता है, अपराधियों में डर होता है तो विकास का लाभ भी सभी लोगों तक तेजी से पहुंचता है।’ गोरखपुर में भी मोदी ने योगी की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा था, ‘योगी जी के राज में माफिया जेल में है तो निवेशक दिल खोल कर यूपी में निवेश कर रहे हैं। जबकि पहले अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था।’
तब गृह मंत्री अमित शाह ने बस्ती में कहा था, योगी जी ने उत्तर प्रदेश को दंगामुक्त बनाकर विकास को और गति दी। यूपी में अब चौतरफा परिवर्तन दिख रहा है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कहीं भी माफिया नहीं दिखता है। माफिया का तो सफाया हुआ ही है, पलायन का भय दिखाने वाले खुद ही पलायित हो गए। पहले यूपी में पुलिसवाले बाहुबलियों को देखकर डरते थे लेकिन आज पुलिस को देखते ही बाहुबली गले में पट्टी लटकाकर कहते हैं, हम शरण में हैं, हमें गोली मत मारो। यह परिवर्तन योगी सरकार के कारण आया है।’
राजनाथ सिंह का एक बयान काफी चर्चा में रहा। बकौल राजनाथ सिंह, ‘अपराधियों का मनोबल तोड़ना और सज्जनों का मनोबल बढ़ाना ही सत्ता का धर्म है। सीएम योगी आदित्यनाथ यही कर रहे हैं। इस सच्चाई को कोई भी नहीं नकार सकता, यहां तक हमारे विरोधी भी, कि यूपी में योगी आदित्यनाथ एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम लेते ही अपराधियों का दिल धड़कने लगता है।’
राजनाथ ने योगी के जिस सत्ता धर्म का बखान किया, उसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शत प्रतिशत नम्बर दे चुके हैं। यहां उस समय जेपी नड्डा ने गोरखपुर में कहा था, ‘उत्तर प्रदेश में एक वक्त वह भी था जब सूर्यास्त के साथ ही उत्तर प्रदेश ठहर जाता था। बहू बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। वर्ग विशेष के लोग अपने हिसाब से कानून चलाते थे। लेकिन, अब हालात बदल गए हैं। अब दरिंदे कोर्ट में अपील करते हैं कि हमें जेल में डाल दो या किसी अन्य राज्य भेज दो। यह परिवर्तन योगी जी लाए हैं।
फिलहाल लोकसभा चुनाव में भी यह बड़ा और निर्णायक मुद्दा बन गया है।


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