Dainik Athah

विहिप ने नगर आयुक्त- महापौर से पूछा- ‘पीर मजारों से प्रेम क्यों- हिंदू मंदिरों से बैर क्यों’

  • मंदिरों को तोड़े जाने के मुद्दे पर विहिप के तेवर हाई,10 को नगर निगम पर हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
  • विहिप और संघ के निशाने पर आ गई महापौर- नगर आयुक्त
  • गाजियाबाद में एक दर्जन से ज्यादा मंदिरों को तोड़े जाने का नगर निगम पर आरोप
  • विश्व हिंदू परिषद का आरोप, अवैध रूप से सड़क किनारे बनी मजारों को नहीं छेड़ रहा निगम


अथाह संवाददाता, गाजियाबाद। शायद यह पहली बार है कि गाजियाबाद नगर निगम एवं महापौर सुनीता दयाल सीधे सीधे विश्व हिंदू परिषद के निशाने पर आ गये हैं। विहिप ने आरोप लगाया कि पिछले एक वर्ष में नगर निगम ने 15 से 20 मंदिरों को तोड़ा है। जबकि, मजारों को नहीं छेड़ा जा रहा।
महानगर विहिप अध्यक्ष आलोक गर्ग ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि गाजियाबाद नगर निगम ने पिछले एक वर्ष में 15 से 20 मंदिरों का ध्वस्तीकरण किया है, जबकि विहिप और बजरंग दल मंदिरों को बचाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में नगर निगम ने विवेकानंद नगर स्थित बालाजी मंदिर के भंडारण गृह और सत्संग भवन को तोड़ दिया। उन्होेंने कहा कि विहिप ने छह माह पहले नगर निगम को निगम की भूमि पर बनें एवं जिनके कारण सर्व हितकारी योजनाएं प्रभावित हो रही है ऐसी 25 मजारों की सूची दी थी, लेकिन ऐसी मजारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
विहिप महानगर अध्यक्ष ने कहा कि हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद एवं समस्त हिंदू समाज नवयुग मार्किट स्थित नगर निगम मुख्यालय विशाल विरोध प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा नगर आयुक्त एवं महापौर स्वयं प्रदर्शन में आकर अपनी मंदिर विरोधी मानसिकता एवं हिंदू समाज की मांगों पर अपना स्पष्टीकरण एवं लिखित आश्वासन नहीं देंगे। आलोक गर्ग ने समस्त हिंदू समाज का आह्वान किया कि वे दस मई को सुबह नौ बजे नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और नगर आयुक्त एवं महापौर से पूछें ‘पीर मजारों से प्रेम क्यों- हिंदू मंदिरों से बैर क्यों’। इसके साथ ही विहिप ने एक दर्जन मंदिरों की सूची भी जारी किया जिनका ध्वस्तीकरण नगर निगम ने किया है।
इस मौके पर मुख्य रूप से विनय कक्कड़, पवन अग्रवाल, संगठन मंत्री मनीष कुमार, बजरंग दल संयोजक गौरव, प्रखंड मंत्री जयवीर सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित थे।


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