Dainik Athah

डा. राजकुमार सांगवान को बागपत, चंदन चौहान को बिजनौर से टिकट

  • रालोद ने पहली बार निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दिया पुरस्कार
  • योगेश चौधरी को थमाया विधान परिषद का टिकट
  • सांगवान को टिकट से पूरे रालोद में जश्न का माहौल
  • योगेश चौधरी को टिकट से अखिलेश यादव को दिया जवाब

अशोक ओझा
गाजियाबाद/ मेरठ।
राष्ट्रीय लोकदल ने पहली बार अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को उनकी ईमानदारी एवं निष्ठा का पुरस्कार दिया है। चौधरी चरण सिंह परिवार की सीट बागपत से पार्टी ने राष्टÑीय सचिव डा. राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही बिजनौर सीट से विधायक चंदन चौहान को लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। पार्टी ने विधान परिषद की सीट के लिए योगेश चौधरी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है।
दो दिन पहले भाजपा से गठबंधन की औपचारिक घोषणा होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपनी पैतृक सीट बागपत से पार्टी के पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ता डा. राजकुमार सांगवान को मैदान में उतारा है। सांगवान युवावस्था से ही रालोद से जुड़े रहे हैं। वे मेरठ विश्व विद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहने के साथ ही पार्टी में अनेक पदों पर रहे हैं। मूल रूप से बागपत की सिवालखास विधानसभा क्षेत्र के निवासी राजकुमार सांगवान की छवि एक जुझारू और निष्ठावान कार्यकर्ता की रही है। वे रालोद में अधिकांश प्रमुख पदों पर रह चुके हैं और वर्तमान में राष्ट्रीय सचिव है। मेरठ में रहने वाले सांगवान को 2022 के चुनाव में सिवालखास से टिकट दिया जा रहा था, लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव के दबाव में पार्टी ने गुलाम मोहम्मद को टिकट थमा दिया।
राजकुमार सांगवान रालोद का ऐसा चेहरा जिनके समर्थक पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है। अब उन्हें बागपत से लोकसभा का टिकट देकर पार्टी सांगवान के प्रति कार्यकर्ताओं की सहानुभूति को भी कैश करेगी।
इसके साथ ही रालोद ने बिजनौर लोकसभा सीट से मीरापुर के विधायक चंदन चौहान को टिकट दिया है। चंदन के पिता संजय चौहान भी बिजनौर से सांसद रह चुके हैं। वे भी पार्टी के प्रति निष्ठावान है। उनका नाम मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भी चल रहा था। अब किसी अन्य का नंबर मंत्री बनने के लिए आयेगा।

योगेश चौधरी को एमएलसी टिकट देकर अखिलेश को जवाब
रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने एक मात्र विधान परिषद सीट के लिए योगेश चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि 2022 के चुनाव में मथुरा की मांट विधानसभा से जयंत चौधरी ने योगेश चौधरी को टिकट दिया था। लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मांट से अपने करीबी संजय लाठर को प्रत्याशी बनवा दिया। लाठर चुनाव हार गये। जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में योगेश चौधरी मात्र 300 वोटों के अंतर से चुनाव हारे थे।
इस बार रालोद ने जो टिकट दिये हैं उसमें पार्टी के प्रति निष्ठा को ध्यान में रखा गया है। इसका लाभ भी आने वाले समय में रालोद को मिलेगा।


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