- टीबी के प्रति जन समुदाय को जागरूक करते हुए जांच बढ़ाएं स्वास्थ्य अधिकारी : जिलाधिकारी
- त्यागी दंपति ने शादी की सालगिरह और सुभाष गुप्ता ने अपने जन्मदिन पर लिया 100 क्षय रोगियों को गोद
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह बुधवार को संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में आयोजित क्षय रोगी एडॉप्शन कार्यक्रम में पहुंचे और अपने कर कमलों से पुष्टाहार प्रदान किया। कार्यक्रम आयोजनकर्ताओं द्वारा जिलाधिकारी का स्वागत करते हुए उन्हें स्मृती चिन्ह भेंट किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के स्टाफ से जिले में क्षय रोगियों के बारे में जानकारी ली और जन समुदाय में टीबी के प्रति जागरूकता और जांच बढ़ाने के निर्देश दिए। डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने उपस्थित लोगों से कहा कि टीबी की दवा बीच में छोड़ देने से बिगड़ी टीबी (मल्टी ड्रग रजिस्टेंट) हो जाती है। बिगड़ी टीबी का उपचार महंगा, मुश्किल और ज्यादा टॉक्सिक होता है, इसलिए दवा नियमित रूप से अवश्य खाएं। साथ ही सरकार की ओर से मिलने वाली पांच सौ रुपए की पोषण राशि से वह स्वयं पौष्टिक भोजन करें और पुष्टाहार का भी खुद सेवन करना है। टीबी की दवाओं के साथ पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी होता है। परिवार के सदस्यों का लगातार संपर्क में रहने के कारण परिजनों को भी संक्रमण का खतरा होता है, इसलिए अपने परिजनों को भी जांच कराने के लिए प्रेरित करें। टीबी के रोग को छुपाएं नहीं अपितु इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। आयोजित कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के सभापति और रोटेरियन डा. सुभाष गुप्ता ने अपने जन्मदिन के मौके पर 50 क्षय रोगियों को गोद लिया। रोटेरियन गौरव त्यागी और नीतिका त्यागी ने भी अपनी शादी की सालगिरह क्षय रोगियों के बीच मनाई। इस मौके पर त्यागी दंपति ने भी 50 क्षय रोगियों को गोद लेकर उपचार जारी रहने तक हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। त्यागी दंपति और डा. सुभाष गुप्ता को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने पौधा भेंटकर शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने अपने संबोधन में क्षय रोगियों का आह्वान किया कि वह सभी अपने परिजनों की टीबी जांच अवश्य कराते रहें।इस मौके पर संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. विनोद चंद्र पांडेय रेडक्रॉस सोसायटी की सचिव डा. किरण गर्ग और चिकित्सालय के स्टाफ के साथ ही जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. अमित विक्रम व टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का स्टाफ भी मौजूद रहा।