Dainik Athah

निगम बोर्ड बैठक में उठा रिश्वत का मुद्दा गरमाया


आरोप: पार्षद सचिन डागर ने मांगे थे एक करोड़

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद ।
मंगलवार को नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षद सचिन डागर द्वारा भरी सदन में 30 लाख रुपए रिश्वत लिए जाने का आरोप लगाया था जिस पर महापौर ने नाराजगी जताते हुए यहां तक कह दिया कि आरोप लगाने वाले की गर्दन अलग कर दूंगी। लगाए गए आरोप प्रत्यारोप का मामला अब खुलकर सड़क पर आ गया है। गुरुवार को राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया के लघु उद्योग से जुड़े तमाम लोगों ने प्रेस वार्ता कर पार्षद सचिन के आरोपों को निराधार बताते हुए महापौर सुनीता दयाल का पक्ष ही नहीं लिया बल्कि लोगों ने सचिन डागर पर ही एक करोड़ सुविधा शुल्क मांगने का गंभीर आरोप मढ़  दिया। प्रेस वार्ता में बताया गया कि गली नंबर 4 ए के चौड़ीकरण को लेकर 30 लाख रुपए लेने का आरोप महापौर पर लगाया गया वह पूरी तरह गलत है । उन्होंने कहा कि हम लोगों की तरफ से ना तो महापौर को और ना ही किसी अधिकारी को कोई राशि दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड नंबर 60 के पार्षद सचिन डागर ने गली नंबर 4 ए के चौड़ीकरण के लिए एक करोड रुपए की मांग की थी और सभी फैक्ट्री वालों को इकट्ठा करके देने के लिए कहा गया था। मौजूद लोगों ने उल्टा निगम पार्षद पर ही कब्जा करने का आरोप लगाया । 

गर्दन अलग कर दूंगी बयान से डरा हुआ हूं :  सचिन डागर

पार्षद सचिन डागर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए नगर निगम बोर्ड बैठक के बाद महापौर सुनीता दयाल के आपत्तिजनक शब्दों  पर अपने को डरा हुआ और सेमा हुआ बताया साथ ही साथ इस प्रकरण को लखनऊ मुख्यमंत्री और संगठन तक ले जाने तथा अपने बचाव में संगठन से करण के भाती कुंडल कवच मांगने की बात की।गुरुवार को इस पर ग्रहण पर राजेंद्र नगर इंडस्ट्री एरिया के लघु उद्योग से जुड़े व्यापारियों ने जहां पार्षद पर आरोप लगाए तुरंत उसके बाद पार्षद ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया साथ ही कहा की 12 फीट चौड़े रास्ते पर चंद्रवती ने अपना अधिकार बताया और स्टे आॅर्डर की मांग न्यायालय से की जो उन्हें नहीं मिला, क्योंकि यह भूखंड रामदुलार सिंह से खरीदा था। रामदुलारे सिंह ने देवेंद्र कुमार शर्मा व रमेश शर्मा से खरीदा, देवेंद्र कुमार शर्मा रमेश शर्मा ने यह प्लांट सुखविंदर सिंह सबरवाल से खरीदा था। इस प्रकार पहले बैनामा सुखविंदर सिंह सबरवाल ने देवेंद्र कुमार शर्मा और रमेश शर्मा को किया जिसमें दक्षिण दिशा में स्पष्ट रूप से पार्क लिखा हुआ है । लेकिन जब दूसरा बैनामा देवेंद्र कुमार शर्मा और रमेश शर्मा ने राम दुलारे सिंह को किया तो इस पार्क के स्थान पर 12 फुट रास्ता लेकर पार्क लिख दिया गया। इस 12 फुट के रास्ते पर ही यह लोग न्यायालय में दावा कर रहे थे। जिस पर न्यायालय ने कोई राहत नहीं दी अब वहां 30 फुट चौड़ी सीसी सड़क का निर्माण करके पार्क पर अतिक्रमण किया गया। यह निर्माण क्या नगर निगम ने किया यदि नहीं तो किसने किया? नगर निगम  व एनजीटी ने भी माना की यह पार्क की भूमि है। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए कमेटी गठन करने की भी मांग की। उन्होंने बिना नाम लिए आरोप लगाया था लेकिन महापौर ने अपने ऊपर लेकर सदन में गर्दन काटने की धमकी दे डाली कुल मिलाकर यह मामला फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है दोनों पक्ष एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

जिसने भी 30 लाख लिए होंगे उसकी गर्दन अलग कर दूंगी : महापौर

गाजियाबाद। निगम बोर्ड बैठक में उठा रिश्वत के मुद्दे पर एक और जहां उद्यमियों ने प्रेस वार्ता की वहीं पार्षद सचिन डगर ने भी प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा किंतु माफ और सुनीता दयाल ने सचिन डगर की प्रेस वार्ता चालू होते ही व्हाट्सएप पर मैसेज डलवा कर कहा मैंने किसी का नाम नहीं लिया पार्षद गलत समझ रहे हैं। उन्होंने वीडियो क्लिप डालकर स्पष्ट किया कि इस विडियो में महापौर ने मा. सदन में कहा कि किसने लिए 30 लाख,गर्दन अलग कर दूंगी और मेरे किसी अधिकारी ने लिए होंगे तो सस्पेंड होगा ये कहा है लेकिन महापौर ने किसी का नाम नही लिया यह बात उनके लिए कही गयी है जिसने भी 30 लाख लिए होंगे उसकी गर्दन अलग कर दूंगी। जिसको गलत तरीके से दिखाया गया।

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