Dainik Athah

रामोत्सव 2024 :27 दिन में तीसरी बार रामनगरी पहुंचे सीएम योगी

हनुमानगढ़ी-रामलला के किए दर्शन-पूजन, लता मंगेशकर चौक पर ली सेल्फी

मुख्यमंत्री ने अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट का भी लिया जायजा

बच्चों से पूछा हालचाल, रोड शो के रास्तों को किया अवलोकन

पीएम के आगमन से पहले सीएम ने लिया विकास कार्यों का जायजा

अथाह संवाददाता
अयोध्या।
पीएम मोदी के आमगन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों का जायजा लिया। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी व रामलला के दर्शन-पूजन किए। संकट मोचन हनुमान व रामलला के दर्शन कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की। इसके पहले रामकथा हेलीपैड पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। इस माह में मुख्यमंत्री का तीसरी बार अयोध्या आगमन हुआ है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने 2 दिसम्बर और 21 दिसंबर को अयोध्या आगमन पर मंदिरों में शीश झुकाया था।

लता मंगेशकर चौक पर ली सेल्फी, बच्चों से पूछा हाल
लता मंगेशकर चौक पहुंचकर सीएम ने यहां की खुबसूरती को निहारा। लता मंगेशकर चौक को काफी शानदार ढंग से सजाया गया है। सीएम ने यहां वीणा संग सेल्फी भी ली। सीएम ने आमजन का अभिवादन किया। इसके बाद रामपथ को देखा। प्रधानमंत्री के आमगन से पहले सीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। रामपथ पर मौजूद महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से भी सीएम ने हालचाल जाना। सीएम ने बच्चों से पूछा कि स्कूल जाते हो। यहां जयश्रीराम की गूंज गुंजायमान रही।

अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का भी जायजा लिया। सीएम ने पीएम के आगमन के पहले यहां पहुंचकर वास्तुस्थिति देखी। यहां रेलवे स्टेशन व प्लेटफॉर्म की व्यवस्था से संतुष्ट दिखे सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि कहीं किसी प्रकार की कमी न हो। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खूबसूरती का किया दीदार
30 दिसंबर 2023 (शनिवार) की तिथि अयोध्या के लिए स्वर्णाक्षरों में लिखी जाएगी। इस दिन पीएम नरेंद्र मोदी यहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की सौगात अयोध्या को देंगे। इसके पहले शुक्रवार को सीएम ने यहां का दौरा कर खूबसूरती का दीदार किया। साथ ही इस आयोजन को लेकर अफसरों को विशेष निर्देश भी दिए।

इस दौरान मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह आदि मौजूद रहे।

विकास परिषद के पूरे हुए कार्य-

2 करोड़ से गोवर्धन में बड़ी परिक्रमा मार्ग पर केबलिंग

7 करोड़ से गोवर्धन परिक्रमा में पाइप लाइन बिछाने एवं टीटीएसपी का निर्माण

5 करोड़ से गोवर्धन में स्थित भरना खुर्द सूर्य कुंड का जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण।

2.46 करोड़ से बरसाना-गोवर्धन रोड पर फैसिलिटेशन सेंटर एवं पार्किंग का निर्माण कार्य।

3.42 करोड़ से श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गेट नं 03 पर गोविन्द नगर थाने तक जाने वाली सड़क का सौंदर्यीकरण

16 करोड़ से श्रीकृष्ण जन्म स्थल पर लीला मंच एवं लाइट एंड साउंड शो

3.48 करोड़ से राधाकुंड स्थित राही पर्यटक आवास गृह का जीर्णोद्धार एवं आंतरिक कार्य।

82 लाख से गोवर्धन में गुलाल कुंड का सौन्दर्यीकरण।

9 करोड़ से उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के कार्यालय भवन का निर्माण।

1.30 करोड़ से गोकुल स्थित होली चबूतरा के सामने पार्किंग एवं सड़क निर्माण कार्य।

1 करोड़ से महावन स्थित चिन्ताहरण घाट पर हॉल एवं टॉयलेट का निर्माण

1.91 करोड़ से नंदगांव में स्थित ललिता कुंड का विकास।

1.10 करोड़ से वृन्दावन कुम्भ क्षेत्र में केसी घाट से कुम्भ द्वार तक परिक्रमा मार्ग के किनारे फेंन्सिग।

76 लाख से वृन्दावन परिक्रमा मार्ग से देवरहा बाबा घाट तक इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने का कार्य।

6 करोड़ से यमुना नदी के किनारे कंस किले की दीवार पर लाइट एंड साउंड शो कराया जाएगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े प्रसंगों को दिखाया जाएगा।

4.5 करोड़ से मथुरा में विभिन्न भाषाओं में साइनेज लगाए जाएंगे, ताकि देश का कोई भी भाषा श्रद्धालु आए, उसे सूचनात्मक समस्याओं का सामना न करना पड़े।

2.36 करोड़ से साथिनी बॉर्डर पर, 2.36 करोड़ से सोनई बॉर्डर पर, 2.36 करोड़ से मथुरा गोवर्धन मार्ग पर, 2.75 करोड़ से कोटवन बॉर्डर पर प्रवेश द्वार बनेंगे।

5 करोड़ से गोवर्धन में सूरदास समाधि स्थल पर इंटरप्रिटेशन सेंटर और ब्रजभाषा एकेडमी का निर्माण होगा, जिससे भक्ति कवि के साहित्य से लोग परिचित होंगे।

वृंदावन स्थित गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी में गेस्टहाउस का निर्माण करीब 5 करोड़ की लागत से किया जाएगा।

गोकुल में नगरपंचायत की प्रस्तावित भूमि पर पर्यटक सुविधा केंद्र और पार्किंग स्थल का निर्माण 31 करोड़ से होगा।

वृंदावन परिक्रमा मार्ग के शेष भाग में सीसीटीवी कैमरा, पीए सिस्टम आदि की स्थापना 24 करोड़ से होगी।

गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में फसाड लाइटिंग और साइनेज का काम 23 करोड़ की लागत से कराया जाएगा।

कंस किले पर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं वाले लाइट एंड साउंड शो का कार्य 6 करोड़ से कराया जाएगा।

ब्रज में 37 पारंपरिक वनों की स्थापना

255 करोड़ से वृंदावन-यमुना एक्सप्रेस वे रोड का चौड़ीकरण

16 करोड़ से श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लाइट एंड साउंड शो शुरू

ब्रजभूमि के 673 गांवों में 2.94 लाख परिवारों को गंगाजल

वर्ष 2023 ब्रजभूमि के 673 गांवों में 2.94 लाख परिवारों को गंगाजल की सप्लाई मिलने की नींव रखी गई। इस योजना पर कार्य शुरू हो गया है और इन गांवों में गंगाजल सप्लाई का सपना अगले वर्ष पूरा होगा। नमामि गंगे की इस परियोजना पर यहां उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण द्वारा 495 ग्राम पंचायतों के 673 राजस्व गांवों तक पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। करीब 2900 करोड़ की इस परियोजना को इसी वर्ष स्वीकृति मिली थी। परियोजना की टेंडरिंग प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। कार्यदायी संस्था ने 15 जुलाई से इसका कार्य आरंभ कर दिया है। इसे जनवरी 2025 तक 100 प्रतिशत पूरी करने का लक्ष्य तय किया गया है। यहां गंगाजल को पहले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित कर बाद में उसे गांवों में सप्लाई किया जाएगा। परियोजना का केंद्र मांट की बेरा एवं मुइद्दीनपुर ग्राम पंचायत की करीब 15 हेक्टेयर जमीन में है। यहां बुलंदशहर के खुर्जा में पालरा झाल से पाइपलाइन से कुल 270 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। 673 गांवों में ओवरहैड टैंक में स्टोर के बाद पाइपलाइन से घर-घर गंगाजल पहुंचाया जाएगा। इसमें 2.94 लाख कनेक्शन दिए जाएंगे। 272 राजस्व गांवों में ओवर हैड टंकियां नहीं है उन गांवों में 75 से 800 किलोलीटर तक की क्षमता वाली ओवरहेड टंकी बनाई जाएंगी। परियोजना का टेंडर एफको प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है। यही कंपनी आगामी 10 वर्ष तक इसका पूरा मेंटेनेंस करेगी।

वर्ष 2023 मे औद्योगिक जगत के लिए बड़ी आशाएं-

  • मथुरा में खूब तरक्की कर रहा होटल व्यवसाय
  • मथुरा में प्रतिवर्ष 500 करोड़ का मिठाइयों का कारोबार
  • बांके बिहारी कॉरिडोर बनने से जनपद के धार्मिक पर्यटन को लगेंगे पंख

मथुरा के औद्योगिक जगत को गुजरा वर्ष बड़ी आशाएं और संभावनाएं देकर गया है। यहां इन्वेस्टर्स समिट से देश-विदेश के करीब 28 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव और छाता में डेढ दशक से बंद पड़ी शुगर मिल के शुरू होने से बड़ी संभावनाएं पैदा हुई हैं। वर्ष 2023 में तेजी से बढ़ा धार्मिक पर्यटन उद्योग भी नई ऊर्जा का संचार कर गया है। तीन दशक से टीटीजेड के प्रतिबंधों में सिसकते यहां के उद्योग धंधे को योगी सरकार में हुए इन्वेस्टर्स समिट के प्रस्तावों को धरातल पर उतरते देख बड़ी आशाएं जगी हैं। यहां करीब 28800 करोड़ रुपये के 363 निवेश प्रस्तावों में से आधे धरातल पर उतरने को तैयार है। इससे उद्यमियों को प्रतिबंधों में ढील की आशाएं हैं।

वर्ष 2023 में हुए इन्वेस्टर समिट ने जिले को करीब 28,800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की बड़ी सौगात मिली है। इनमें देश के साथ यूएई, यूएसए आदि देशों के निवेशकों ने भी प्रस्ताव दिए हैं। इनमें होटल उद्योग, डेयरी एवं डेयरी प्रोडक्ट, चिकित्सा, एजुकेशन, फूड इंडस्ट्रीज आदि सेक्टर की इकाई स्थापना के प्रस्ताव है। इनमें से करीब नौ हजार करोड़ रुपये के 176 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के प्रस्तावों को हरी झंडी भी मिल गई है। उन्हें फरह से छाता- कोसी तक हाईवे के दोनों ओर के क्षेत्र में विकसित किए जाने की तैयारी है। औद्योगिक इकाइयों के लिए यही क्षेत्र सर्वाधिक मुफीद माना जा रहा है। इसी क्षेत्र में पहले से इंडस्ट्रियल एरिया हैं और परिवहन के सुगम संसाधन उद्यमियों को आकर्षित कर रहे हैं। यहां जैंत में भरतिया रोड पर 17.5 एकड़ एवं छाता गोवर्धन रोड पर करीब 18.5 एकड़ में दो औद्योगिक पार्क विकसित किए जाएंगे। इनमें करीब पांच दर्जन से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों की स्थापना हो सकेगी। इसमें मेटल, खाद्य उत्पाद, ठाकुर जी की श्रंगार पोशाक, कृषि उत्पाद, फूड एवं हैंडीक्राफ्ट की इकाइयां स्थापित होंगी। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इनमें कई हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी वर्ष यहां करीब डेढ़ दशक से बंद पड़ी छाता शुगर मिल के शुभारंभ की भी सौगात जिले को मिली है।

मथुरा का धार्मिक पर्यटन उद्योग यहां की लाइफलाइन है। इसे गुजरे वर्ष में वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के लिए बनाए जा रहे कॉरिडोर से इसे पंख लगने की उम्मीद है। धार्मिक पर्यटन उद्योग के साथ ही यहां श्रृंगार-पोशाक, माला-कंठी, धातु की मूर्ति-तस्वीर, होटल- गेस्ट हाउस, बस-टैक्सी आदि के तमाम कारोबार आश्रित हैं। कॉरिडोर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट से भी हरी झंडी मिल गई है। इसके निर्माण के लिए अब सरकार ने भी कवायद शुरू कर दी है। इस परियोजना के आगामी वर्ष 2024 में ही शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।

जिले के धार्मिक पर्यटन उद्योग के कारण होटल, गेस्ट हाउस, मठ, मंदिर धर्मशाला का बड़ा कारोबार है। यहां करीब 500 से ज्यादा होटल, तीन हजार गेस्ट हाउस और इससे भी ज्यादा संख्या में धर्मशालाएं हैं। वहीं साधु संतों के हजारों की संख्या में मठ, मंदिर, आश्रम आदि में भी श्रद्धालुओं के ठहरने के पर्याप्त इंतजाम हैं। शहर के अभिनंदन होटल के संचालक एवं लघु उद्योग भारती के मंडल अध्यक्ष सोनल अग्रवाल ने बताया कि होटल उद्योग को विभिन्न प्रकार के टैक्सों ने दबा रखा है।

मथुरा के बृजवासी की मिठाई सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। इसके अलावा गिरिराज मिष्ठान भंडार, रमन मिठाई वाले, शंकर मिष्ठान भंडार, राधिका स्वीट्स आदि नामचीन दुकानों की मिठाई प्रसिद्ध है। मंदिरों में भोग प्रसाद लगाने के अलावा त्योहारों पर यहां प्रतिवर्ष करीब 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हो जाता है।

– स्वास्थ्य सेवाएं हुई बेहतर

निजी क्षेत्र में एसकेएस कॉलेज को मिली मेडिकल कॉलेज की मान्यता

जिला अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में लाया गया सुधार

देहात क्षेत्रों में मरीजों के लिए खुले 57 उपकेंद्र

मांट एवं गोवर्धन केंद्र पर अल्ट्रासाउंड सेवा से मरीजों को मिल रहा लाभ

वर्ष 2023 जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बेहतर रहा। इस बार कोरोना, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों पर कंट्रोल रहा। पोषण अभियान एवं गर्भवती महिलाओं से जुड़े मामलों में प्रगति संतोष जनक रही। इस वर्ष कुछ नये अस्पतालों को मंजूरी मिली तो पहले से स्थापित अस्पतालों का स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उच्चीकरण हुआ। कोरोना, डेंगू, मलेरिया बीमारी काबू में रहीं। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता रहा। गर्भवती महिलाओं के आॅपरेशन देहात के केंद्रों पर शुरू कराए गए। अल्ट्रासाउंड सेवा भी शुरू कराई जा रही हैं। दो केंद्रों पर सेवा चालू हो गई हैं। जिला अस्पताल में नया सिस्टम डेवलेपमेंट करने के लिए ध्वस्तीकरण कार्रवाई की गई। सेवाओं पर नजर रखने के लिए जिला अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। ओपीडी के पर्चे आॅनलाइन बनवाने शुरू किए गए। अन्य सेवाओं में भी सुधार लाया गया।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *