Dainik Athah

ईयर एंडर-2023 : योगी के प्रयासों से बड़े बदलावों का गवाह बनी योगेश्वर की मथुरा

ईयर एंडर-2023, मथुरा

वर्ष 2023 में 170 करोड़ से बदली मथुरा में विकास की दशा और दिशा

गोवर्धन में पांच करोड़ की लागत से तैयार हुआ हेलीपेड, चार हेक्टेयर है क्षेत्रफल

श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से आसानी के साथ लगा सकेंगे गोवर्धन की परिक्रमा

अथाह संवाददाता
मथुरा।
योगी सरकार उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करने में जुटी हुई है। इस लिहाज से गोपेश्वर की भूमि ब्रज के लिए वर्ष 2023 कई मायनों में काफी खास रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश और व्यक्तिगत मॉनिटरिंग में इस वर्ष भगवान श्री कृष्ण और राधा की रास धरा में एक तरफ जहां कई परियोजनाएं पूर्ण हुईं। वहीं दूसरी तरफ ब्रज रज उत्सव के तहत आयोजित हुए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान, बांकेबिहारी मंदिर, वृंदावन के प्राचीन मंदिर, ब्रज चौरासी कोस समेत अन्य परिक्रमाएं, यमुना और गिरिराज पर्वत, ये सभी ब्रज के पर्यटन के केंद्र में रहते हैं। दिन-प्रतिदिन बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या इसकी साक्षी है। इसको देखते हुए वर्ष 2023 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 210 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही ब्रज आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा में बढ़ोतरी हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता मथुरा में सांस्कृतिक संरक्षण के साथ-साथ भौतिक विकास की रही है। इसके दृष्टिगत वृंदावन से यमुना एक्सप्रेस-वे तक फोरलेन कार्य को अपग्रेड कराया गया, जिससे इस कार्य की लागत 150 करोड़ से बढ़कर 255 करोड़ की हो गई है। मथुरा- वृंदावन रोड का बहुप्रतीक्षित चौड़ीकरण भी इस साल कराया गया है।

पैठा में हेलीपोर्ट का हुआ निर्माण
वहीं करीब 5 करोड़ की लागत से ब्रज में पर्यटन विकास के लिए गोवर्धन के गांव पैठा में हेलीपोर्ट का निर्माण कराया गया है। इसका क्षेत्रफल 4 हेक्टेयर है। पूर्व में दो साल मुड़िया मेले में गिरिराज महाराज की हेलीकॉप्टर परिक्रमा कराई गई थी, जिसे श्रद्धालुओं ने काफी पंसद किया था। गोवर्धन से प्रारंभ हुई हेलीपोर्ट सेवा से दिल्ली और आगरा आदि के लिए यात्रा की जा सकेगी।

लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ
इस वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ किया है। इस परियोजना की लागत 16 करोड़ रुपये है। इसके तहत श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लीला मंच के सामने की दीवार पर लेजर लाइट और एनीमेशन के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर गीता संदेश तक के प्रसंगों को प्रदर्शित जा रहा है। एक बार की प्रस्तुति 20 मिनट की है। इस परियोजना से श्रीकृष्ण जन्मस्थान आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, जहां जन्म स्थान पर दर्शन के अलावा श्रद्धालु भगवान की लीलाएं भी देख सकेंगे।

170 करोड़ रुपए के विकास कार्य हुए पूर्ण
जिले में पूरे वर्ष करीब 170 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्य पूरे हुए हैं। यदि लागत की नजर से देखें तो इस वर्ष 11.63 करोड़ से बलदेव के ग्राम सैदपुर (कासिमपुर) का जीर्णोद्धार कार्य पूरा हुआ है। इसके अलावा सांस्कृतिक नजरिए से देखें तो 5 करोड़ से वृन्दावन शोध संस्थान वृन्दावन के भवन का जीर्णोद्धार एवं नवनिर्माण पूरा हुआ। 2 करोड़ रूपए की लागत से जिला कारागार में 12 आवासों का निर्माण हुआ, जबकि 4.83 करोड़ से जिला कारागार में 4 बैरक सर्किल वाल सहित का अन्य निर्माण कार्य संपन्न हुए। पर्यटन विभाग द्वारा इस वर्ष 2.21 करोड़ से मांट के ग्राम परसुआ स्थित कुंड का पुनर्विकास और सौन्दर्यीकरण कराया गया है, जबकि 4 करोड़ से मांट के ग्राम डडीसरा स्थित नारद कुंड का पुनर्विकास और सौन्दर्यीकरण कार्य कराया गया है। 2.75 करोड़ से कोसी-गोवर्धन-सौंख फरह मार्ग से प्रस्तावित पं. दीनदयाल उपाध्याय कामधेनु गौशाला तक मार्ग तैयार हुआ। 4.28 करोड़ से गोवर्धन-छाता मार्ग का जीर्णोद्धार कार्य हुआ। 2 करोड़ से फरह-अछनेरा मार्ग का जीर्णोद्धार कार्य कराया गया। 1.37 करोड़ से जैंत से नगला रामताल मार्ग का जीर्णोद्धार कार्य हुआ। 11.63 करोड़ से बलदेव के ग्राम सैदपुर (कासिमपुर) का जीर्णोद्धार कार्य, 4.77 करोड़ से राया सादाबाद मार्ग पर नवीनीकरण कार्य और 3.33 करोड़ से राया बलदेव मार्ग पर नवीनीकरण कार्य इस वर्ष पूरा हुआ। नगर निगम ने 2.15 करोड़ से चौक बाजार से होली गेट चौराहे और हनुमान मंदिर से बंगाली घाट तक मैस्टिक एस्फाल्ट द्वारा सड़क निर्माण और 63 लाख से रामलीला मैदान के पास पुलिया का निर्माण कराया गया।

ब्रज तीर्थ विकास परिषद रहा विकास के कार्यों की धुरी
इस वर्ष उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद जिले के विकास कार्यों की धुरी रहा, अधिकांश प्रस्ताव परिषद के संयोजन में ही तैयार हुए और शासन को भिजवाए गए। यदि विकास कार्यों को प्रशासनिक नजर से देखें तो करीब 9 करोड़ रुपये की लागत से बना उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का कार्यालय इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि रही, जिसमें खुद मुख्यमंत्री का कार्यालय भी है। इस तरह प्रशासनिक नजरिए से देखें तो लखनऊ के अलावा मथुरा ही ऐसा जिला है, जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय है। ब्रज में अधिकांश विकास कार्यों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाले तीर्थ विकास परिषद का समन्वय रहता है। इससे मथुरा जिले के सबसे महत्वपूर्ण विषय पर्यटन विकास में अलग-अलग विभागों में बेहतर समन्वय बना रहता है। इस वर्ष तीर्थ विकास परिषद ने 121 करोड़ रूपए के विकास कार्य पूरे कराए हैं, जबकि 88 करोड़ के प्रस्ताव शासन को भेजे हैं। जबकि वर्ष 2023 से पहले करीब 400 करोड़ के कार्य तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से कराए जा चुके हैं।

मुक्ताकाशीय रंगमंच होगा पूरा
सीएम योगी की प्राथमिकता वाले डैम्पियर नगर स्थित मुक्ताकाशीय रंगमंच को इस वर्ष के अंत तक पूरा किये जाने का लक्ष्य है। 26 जनवरी को बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने पर मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने विचार बनाया है। मुक्ताकाशीय रंगमंच की लागत करीब 13 करोड़ रुपये है। इसमें मुख्यता: एक भव्य मंच के सामने करीब एक हजार सीटें होंगी। ब्रज के स्थानीय और बाहरी कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का यहां एक मंच मिलेगा। यहां कलाकारों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। साथ ही बाहरी श्रद्धालुओं को भी यहां आकर अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। ऐसे बाहरी कलाकारों के लिए रुकने ठहरने का भी इंतजाम किया जाएगा।

पर्यावरण का रखा जा रहा ध्यान
मथुरा में विकास कार्यों में संस्कृति और पर्यावरण को भी ध्यान में रखा जाता है। इसी क्रम में पुराणों और उपनिषदों में वर्णित ब्रज के 37 वनों से विलायती बबूल की प्रजाति को हटाकर भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय प्रजातियों की स्थापना को इस साल एनजीटी ने हरी झंडी दे दी है। इससे इन प्राचीन वनों का पुन: प्राकट्य होगा। विलायती बबूल को हटाकर जिन प्रजातियों के पौधे इन वन क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, इसमें कदम्ब, पाकड़, पीपल, जामुन, शीशम, आंवला, नीम, अर्जुन, बरगद, आम और बेलपत्र आदि शामिल हैं। यह एनजीटी का पूरे देश में इस प्रकार का पहला मामला है।

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